GSEB Solutions Class 9 Social Science Chapter 14 भारत: स्थान, भूस्तरीय रचना और भूपृष्ठ – II

   

Gujarat Board GSEB Textbook Solutions Class 9 Social Science Chapter 14 भारत: स्थान, भूस्तरीय रचना और भूपृष्ठ – II Textbook Exercise Important Questions and Answers.

भारत: स्थान, भूस्तरीय रचना और भूपृष्ठ – II Class 9 GSEB Solutions Social Science Chapter 14

GSEB Class 9 Social Science भारत: स्थान, भूस्तरीय रचना और भूपृष्ठ – II Textbook Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए :

प्रश्न 1.
हिमालय पर्वत श्रेणी के मुख्य दो भाग कौन-से हैं ?
उत्तर:
हिमालय की लम्बाई 2400 कि.मी. तथा चौड़ाई 240 से 320 कि.मी. के बीच है ।

  • पश्चिम में अफगानिस्तान से पूर्व की तरफ आगे बढ़कर भारत, नेपाल, भूटान से होकर म्यानमार तक पहुँचता है ।
  • उत्तर में इसका विस्तार तिब्बत में फैला हुआ है । वह मध्य एशिया की पामीर की गाँठ नाम से पहचानी जानेवाली पर्वतश्रेणी का एक भाग हैं ।

समग्र हिमालय पर्वत श्रेणी के मुख्य दो भाग है :

  1. उत्तर का हिमालयी पर्वतीय प्रदेश
  2. पूर्वी हिमालय ।

प्रश्न 2.
रेगोलिथ किसे कहते हैं ?
उत्तर:
भूमि आवरण में चट्टानों के छोटे-बड़े टुकडे, कंकड, रज आदि होते हैं, जिसे रेगोलिथ कहते हैं ।

प्रश्न 3.
चट्टानों के तीन प्रकार कौन-कौन से है ?
उत्तर:

  1. आग्नेय चट्टान
  2. परतदार चट्टान
  3. रूपांतरित चट्टान ।

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प्रश्न 4.
मिट्टी निर्माण की प्रक्रिया के विषय में बताइए ।
उत्तर:
मिट्टी चट्टानों के विखंडन से जनमी है ।

  • चट्टानों की सतहवालें भागों का तापमान, हिम, हवा, वनस्पति और जीव-जंतुओं से विखंडन होने से चट्टानों का चूर्ण बनता है और भूमि आवरण बनता है ।
  • इस भूमि आवरण में चट्टानों के छोटे-बड़े टुकड़े, कंकड, रज आदि होते हैं, जिसे रेगोलिथ कहते हैं । इसमें केवल खनिज द्रव्य ही होते हैं ।

खनिज द्रव्यों में जैविक द्रव्य, हवा और पानी मिलते हैं जिससे मिट्टी बनती है ।
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2. निम्नलिखित शब्द-संकल्पनाओं को समझाइए :

1. निक्षेपण – परिवर्तनकारी शक्तियों में भू-पटल का समतलन करनेवाली एक निरन्तर प्रक्रिया जिसमें अपने ही स्थान पर चट्टानों की तोड़-जोड़ एवं क्षय की क्रिया होती है ।

2. बांगर – मैदानों के पुराने काँप को बाँगर कहते हैं । यह बाढ़ के मैदान से ऊँचा होता है, लगातार होनेवाले काँप के जमाव के कारण एक सोपान आकार के समान बनाता है ।

3. खनिज – प्राकृतिक कार्बनिक तथा अकार्बनिक क्रियाओं से तैयार होनेवाले कुछ निश्चित रासायनिक संरचनावाले पदार्थों को खनिज कहते हैं ।

4. चट्टान – एक या उससे अधिक खनिजों से बने संगठित पदार्थ को चट्टान कहते हैं ।

5. मिट्टी – जैविक और अजैविक द्रव्यों से बनी पृथ्वी की पपड़ी के ऊपरी पतले स्तर को मिट्टी कहते हैं ।

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3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्देवार लिखिए :

प्रश्न 1.
भारत के द्वीप समूह :
उत्तर:
भारत में दो द्वीप समूह है –

  • लक्षद्वीप समूह अरब सागर में स्थित है ।
  • लक्षद्वीप प्रवाल चट्टानों से बना है ।
  • इन सभी में द्वीपों का आकार घोड़े की नाल के समान है ।
  • इस प्रकार के प्रवाल द्वीपों को ‘एटोला’ कहते हैं ।
  • भारत का दूसरा द्वीप समूह अंदमान तथा निकोबार बंगाल की खाड़ी में स्थित है ।
  • ये आकार में बड़े तथा संख्या में अधिक हैं ।
  • ये द्वीप समूह अधिक विस्तृत क्षेत्र में फैले हुए है, ये द्वीप निमज्जन पर्वत श्रेणीयों के शिखर है ।
  • कुछ द्वीप ज्वालामुखी प्रक्रिया से भी बने हुए है ।
  • निकोबार समूह में 19 द्वीप हैं जिनमें कुछ की लम्बाई 60 से 100 कि.मी. तक है ।
  • यह द्वीप समूह 350 वर्ग कि.मी. में फैला हुआ है ।
  • ये द्वीप समूह व्यूहात्मक सुरक्षा की दृष्टि से अतिशय महत्त्वपूर्ण है ।

प्रश्न 2.
भारत की मिट्टी के प्रकार बताते हुए विस्तृत जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
भारत में 6 प्रकार की मिट्टी पायी जाती है :
(1) काँप मिट्टी : नदियों द्वारा लाकर बिछाई गयी मिट्टी को काँप मिट्टी कहते हैं ।

  • पुराने काँप की मिट्टी को बाँगर तथा नये काँप की मिट्टी को खादर कहते हैं ।
  • यह मिट्टी चिकनी, गहरे रंग की तथा अधिक उपजाऊ होती है ।
  • पंजाब, बिहार, पं. बंगाल आदि राज्यों में काँप मिट्टी पायी जाती हैं ।

2. काली मिट्टी : लावा द्वारा निर्मित मिट्टी को काली मिट्टी कहते हैं ।

  • यह मिट्टी चिकनी, कसदार और नमी बनाए रखनेवाली होती है ।
  • इसे रेगूर या कपास की मिट्टी भी कहते हैं ।
  • यह मिट्टी मुख्यत: महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडू में पायी जाती है ।

(3) लाल मिट्टी : यह मिट्टी आग्नेय और रूपांतरित चट्टानों से बनी है ।

  • इसमें लौहतत्त्व और अन्य जैविक तत्त्वों के कारण लाल रंग होती है ।
  • यह छिद्राल और उपजाऊ मिट्टी मुख्यत: गोवा, तमिलनाडू, कर्णाटक, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और झारखंड में पायी जाती हैं ।

(4) लैटेराइट मिट्टी : अधिक वर्षा के कारण तीव्र कटाव से लैटेराईट मिट्टी बनती है ।

  • जैविक तत्त्वों की कमी से यह मिट्टी कमउपजाऊ होती है ।
  • इसमें लोहतत्त्व और एल्युमिनियम तत्त्व अधिक पाये जाते हैं ।
  • ऐसी मिट्टी पहाड़ी क्षेत्रों, कर्णाटक, केरल, उड़ीसा और पूर्वोतर के कई भागों में पायी जाती है ।

(5) पर्वतीय मिट्टी :

  • यह मिट्टी रेतीली, छिद्रालु और जैविक तत्त्वों की कमीवाली होती है ।
  • भारत के मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी पर्वत श्रेणियों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में पायी जाती है ।

(6) मरूस्थलीय मिट्टी :

  • यह मिट्टी जैविक पदार्थों की कमी क्षार तत्त्वों की अधिकता से कमउपजाऊ होती है, लेकिन सिंचाई से कृषि संभव हो सकती है ।
  • यह मिट्टी मुख्यत: राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा के शुष्क अर्द्धशुष्क क्षेत्रों में पायी जाती है ।

प्रश्न 3.
खनिजों का वर्गीकरण समझाओ ।
उत्तर:
सामान्य रूप से खनिजों का वर्गीकरण निम्नानुसार हैं :
(1) धातुमय खनिज (धात्विक खनिज) :
(अ) कीमती धातुमय खनिज : सोना, चाँदी, प्लेटिनम आदि ।
(ब) हलकी धातुमय खनिज : मैग्नेशियम, बॉक्साइट, टीटानियम आदि ।
(क) सामान्य उपयोगी खनिज : लोहा, ताँबा, सीसा, एल्युमीनियम, कलई, निकल आदि ।
(ड) मिश्रधातु स्वरूप में उपयोगी खनिज : क्रोमियम, मैंगनीज, टंगस्टन, वेनेडियम आदि ।

(2) अधातुमय खनिज (अधात्विक खनिज) : चूना-पत्थर, चॉक, एस्बेस्टोस, अभ्रक, फ्लोरस्पार, जिप्सम (सेलखड़ी) सल्फर हीरा आदि ।
(3) संचालन शक्ति हेतु उपयोगी खनिज : कोयला, खनिज तेल और प्राकृतिक गैस, युरेनियम, थोरियम आदि ।

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4. नीचे दिए गए प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर पूर्ण कीजिए :

प्रश्न 1.
पतकोई पहाड़ी : अरुणाचल प्रदेश : लुसाई : ………………………..
(A) नागालैण्ड
(B) मणिपुर
(C) मिजोरम
(D) मेघालय
उत्तर:
(C) मिजोरम

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से असत्य विधान कौन बोलता है ? खोजिए ।
(A) कशिश : सोना, चाँदी, प्लेटिनम, कीमती धातुमय खनिज है ।
(B) किन्नी : बॉक्साइट, टीटानियम कीमती धातुमय खनिज है ।
(C) ध्रुवी : टंगस्टन, मैंगनीज और क्रोमियम आदि अधातुमय खनिज हैं ।
(D) निधि : सीसा, ताँबा और लोहा आदि सामान्य उपयोगी खनिज है ।
उत्तर:
(D) निधि : सीसा, ताँबा और लोहा आदि सामान्य उपयोगी खनिज है ।

प्रश्न 3.
सही जोड़े मिलाइए :

1. पतदार चट्टान (A) ग्रेनाइट
2. रूपांतरित चट्टान (B) चूना-पत्थर
3. आग्नेय चट्टान (C) संगमरमर (मार्बल)

(A) a-2, b-1, c-3
(B) a-3, b-2, c-1
(C) a-2, b-3, c-1
(D) a-1, b-3, c-2
उत्तर:
(D) a-1, b-3, c-2

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से कौन-सा विधान सत्य है ?
(A) पश्चिमी घाट उत्तरीक्षेत्र में अधिक ऊँचाईवाला है ।
(B) कर्नाटक में पश्चिमीघाट को नीलगिरि कहते हैं ।
(C) पश्चिमीघाट अरब सागर के किनारे अविछिन्न रूप से उत्तर-दक्षिण में व्याप्त है ।
(D) केरल और तमिलनाडु की सीमा पर पश्चिमीघाट को सह्याद्रि कहते हैं ।
उत्तर:
(D) केरल और तमिलनाडु की सीमा पर पश्चिमीघाट को सह्याद्रि कहते हैं ।

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प्रश्न 5.
अरावली और विंध्याचल के बीच कौन-सा पठारी प्रदेश है ?
(A) छोटा नागपुर
(B) मालवा
(C) दक्कन
(D) शिलोंग
उत्तर:
(B) मालवा

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