GSEB Class 9 Hindi Rachana पत्र-लेखन

Gujarat Board GSEB Hindi Textbook Std 9 Solutions Rachana पत्र-लेखन Questions and Answers, Notes Pdf.

GSEB Std 9 Hindi Rachana पत्र-लेखन

निम्नलिखित पत्र लिखिए :

प्रश्न 1.
15, तृप्ति सदन, गांधी रोड, राजकोट से अरुणा भावनगर-निवासिनी अपनी सखी गीता को राष्ट्रभाषा हिन्दी का महत्त्व समझाकर हिन्दी की परीक्षा देने का अनुरोध करती हुई पत्र लिखती है।
उत्तर:

15, तृप्ति सदन,
गांधी रोड,
राजकोट – 360 0021
25 अगस्त, 2018

प्रिय गौता,
सप्रेम नमस्कार।

कल तुम्हारा पत्र मिला। यह जानकर अफसोस हुआ कि तुमने राष्ट्रभाषा के वर्ग में जाना बन्द कर दिया है और राष्ट्रभाषा कोविद की परीक्षा में बैठने का अपना इरादा छोड़ दिया है।

समाज में अब भी अंग्रेजी का बोलबाला देखकर शायद तुम्हें हिन्दी पढ़ना व्यर्थ लगता हो, लेकिन ऐसी बात नहीं है। गुजरात में गुजराती भाषा से हमारा काम आसानी से चलता है, लेकिन गुजरात से बाहर गुजराती हमारे काम नहीं आ सकती। दूसरे प्रांतों में जाने पर या दूसरे प्रांतों के लोगों से मिलने पर हिन्दी ही हमारे काम आ सकती है।

वही एक ऐसी भाषा है, जिसे लगभग सारे देश के लोग बोल और समझ पाते हैं। हिन्दी का ज्ञान हमें अपने देश में कहीं भी परायापन महसूस नहीं होने देता। इसके द्वारा हम सभी प्रांतों के लोगों से सरलतापूर्वक बातचीत कर सकते हैं। जो राष्ट्रभाषा सारे देश के दिलों को जोड़कर एक करती है, उसे सीखना हम सबका कर्तव्य है।

हमें सदा यह आत याद रखनी चाहिए कि हिन्दी राष्ट्रीय एकता, प्रेम और भाईचारे की भाषा है। वही भारत की भारती है। उसका अध्ययन करने में हमें गौरव का अनुभव होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि तुम राष्ट्रभाषा की पढ़ाई फिर से शुरू कर दोगी और अपने दैनिक व्यवहार में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करोगी।

शुभ कामनाओं के साथ,

तुम्हारी सखी,
अरुणा

GSEB Class 9 Hindi Rachana पत्र-लेखन

प्रश्न 2.
चाचाजी ने संदीप पाठक को उसके जन्मदिन पर उपहार के रूप में एक कैमरा भेजा है। संदीप, 161, उषा-किरण, तीचल रोड, वलसाड से उनका आभार मानते हुए पत्र लिखता है।
उत्तर:

161, उषा-किरण,
तीथल रोड,
वलसाड – 396 0011
13 सितंबर, 2018

पूज्य चाचाजी,
सादर प्रणाम।

कल मेरा जन्मदिन था और कल सबेरे ही आपका भेजा हुआ प्रेमभरा पत्र और कैमरा मिले। अपने जन्मदिन के अवसर पर ऐसा बढ़िया उपहार पाकर भला किसे खुशी न होगी? आपने सचमुच मेरी मनपसंद चीज भेजी है। इसके लिए मैं आपका जितना आभार मानूं, उतना कम है।

आपका भेजा हुआ कैमरा, कोई मामूली कैमरा नहीं है। मैंने इस कैमरे के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर ली है। यह देखने में जितना आकर्षक है, उतना ही अच्छा इसका काम भी है। कल मेरे जन्मदिन के अवसर पर सभी तस्वीरें इसीसे खींची गई। मेरे मित्रों ने इन तस्वीरों की बहुत प्रशंसा की है। फोटो खींचने का मुझे बहुत शौक था, पर मेरे पास अच्छा कैमरा न होने से मन मसोसकर रह जाता था। अब आपने मेरा यह शौक पूरा कर दिया है। अब मैं मनचाहे दृश्यों और विशेष अवसरों के चित्र इस कैमरे से ले सकूँगा।

आपके इस स्नेहपूर्ण उपहार के लिए मैं आपका फिर से आभार मानता हूँ। चाचीजी को मेरा प्रणाम। नन्हे चीकू को ढेर सारा प्यार।

आपका प्यारा भतीजा,
संदीप पाठक

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *