Gujarat Board GSEB Solutions Class 10 Sanskrit Grammar अभ्यास 3 उपपद विभक्ति-परिचयः Important Questions and Answers Notes Pdf.
Gujarat Board Class 10 Sanskrit Grammar अभ्यास 3 उपपद विभक्ति-परिचयः
GSEB Class 10 Sanskrit उपपद विभक्ति-परिचयः Textbook Questions and Answers
1. समुचितेन रूपेण रिक्तस्थानानां पूर्तिः करणीया।
1. ……… समं पाठशाला गच्छ। (मित्र)
उत्तरम्:
मित्रेण समं पाठशाला गच्छ।
2. “……….” समाचर। (धर्म)
उत्तरम्:
धर्म समाचर।
3. ……… निकषा कन्या दृष्टा। (कूप)
उत्तरम्:
कूपं निकषा कन्या दृष्टा।
4. समरेषु “………..” भव। (भीम)
उत्तरम्:
समरेषु भीमः भव।
5. विना “………” दुर्घटना न भवति।(भीम)
उत्तरम्:
विना (कारण, कारणेन, कारणान् वा) दुर्घटना न भवति।
2. रेखाङ्कित्तेषु पदेषु प्रयुक्तायाः विभक्तेः परिचयं कारयत।
1. मार्गे कदाचित् दुर्घटनाः अपि घटन्ति।
उत्तरम्:
मार्गे – मार्ग, पुंल्लिग, सप्तमी, एकवचन।
2. भीताः पूर्वराजपुरुषाः देशान्तरं व्रजन्ति।
उत्तरम्:
देशान्तरम् – देशान्तर, नपुंसकलिंग, द्वितीया, एकवचन।
3. पठनेन विना न प्राप्यते विद्या।
उत्तरम्:
पठनेन – पठन, नपुंसकलिंग, तृतीया, एकवचन।
4. भोः श्रेष्ठिन्! अलम् आशङ्कया।
उत्तरम्:
आशङ्कया – आशङ्का, स्त्रीलिंग, तृतीया, एकवचन।
5. रक्तमपि तस्मै दातव्यम्।
उत्तरम्:
तस्मै – तद्, पुंल्लिग, चतुर्थी, एकवचन।
3. परस्परं मेलयत।
उत्तरम्:
1. पञ्चमी विभक्तिः – ऋते
2. षष्ठी विभक्तिः – कृते
3. द्वितीया विभक्तिः – परितः
4. तृतीया विभक्तिः – सह
5. चतुर्थी विभक्तिः – स्वाहा
GSEB Class 10 Sanskrit उपपद विभक्ति-परिचयः Additional Important Questions and Answers
1. अधोलिखितेभ्यः शुद्ध पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
1. पश्य ! पश्य! ……….. परितः पुष्पाणि न सन्ति।
(क) विद्यालयः
(ख) विद्यालयम्
(ग) विद्यालयस्य
(घ) विद्यालयेन
उत्तरम्:
(ख) विद्यालयम्
2. सज्जना: ……….. सह चलन्ति।
(क) सज्जनः
(ख) सज्जनान्
(ग) सज्जनानाम्
(घ) सज्जनात्
उत्तरम्:
(क) सज्जनः
3. सः पाठनकाले ………. बहिः गच्छति।
(क) कक्षायाः
(ख) कक्षायाम्
(ग) कक्षाम्
(घ) कक्षायै
उत्तरम्:
(क) कक्षायाः
4. कक्षायाम् ………… परितः छात्राः अतिष्ठन्।
(क) गुरुणा
(ख) गुरुम्
(ग) गुरोः
(घ) गुरौ
उत्तरम्:
(ख) गुरुम्
5. अस्याम् कक्षायाम् ………… रामः श्रेष्ठः वर्तते।
(क) छात्राणाम्
(ख) छात्रेभ्यः
(ग) छात्रान्
(घ) छात्रैः
उत्तरम्:
(क) छात्राणाम्
6. यज्ञे ……….. स्वाहा भवतु।
(क) इन्द्रम्
(ख) इन्द्राय
(ग) इन्द्रेण
(घ) इन्द्रे
उत्तरम्:
(ख) इन्द्राय
7. कार्यालये ………… उभयत: तौ तिष्ठतः।
(क) त्वम्।
(ख) त्वाम्
(ग) तव
(घ) तुभ्यम्
उत्तरम्:
(ख) त्वाम्
8. सा ………. अनुरक्ता अस्ति।
(क) पुष्पे
(ख) पुष्पस्य
(ग) पुष्पाय
(घ) पुष्पात्
उत्तरम्:
(क) पुष्पे
9. योगी कथयति …………. किम्?
(क) धनात्
(ख) धनेन
(ग) धनाय
(घ) धनस्य
उत्तरम्:
(ख) धनेन
10. उद्याने ……….. अभितः खगाः तिष्ठन्ति।
(क) वृक्षम्
(ख) वृक्षस्य
(ग) वृक्षात्
(घ) वृक्षण
उत्तरम्:
(क) वृक्षम्
11. भक्ताः कथयति ……….. स्वाहा।
(क) भगवतः
(ख) भगवते
(ग) भगवन्तम्
(घ) भगवति
उत्तरम्:
(ख) भगवते
12. सा कन्या ………… स्पृह्यति।
(क) पुष्पाणि
(ख) पुष्पेभ्यः
(ग) पुष्पाय
(घ) पुष्पाणाम्
उत्तरम्:
(ख) पुष्पेभ्यः
13. सः पुरुष: ………… बिभेति।
(क) शत्रोः
(ख) शत्रुम
(ग) शत्रवे
(घ) शत्रुणा
उत्तरम्:
(क) शत्रोः
14. ………… पूर्वम् उद्यानम् तिष्ठति।
(क) नगरस्य
(ख) नगरात्
(ग) नगराय
(घ) नगरं
उत्तरम्:
(ख) नगरात्
15. ………. कालिदासः श्रेष्ठः वर्तते।
(क) कविभ्यः
(ख) कवीनाम्
(ग) कवयः
(घ) कवीन्
उत्तरम्:
(ख) कवीनाम्
16. ……. पुषण्त: का:
(क) ग्रामम्
(ख) ग्रामस्य
(ग) ग्रामाय
(घ) ग्रामात्
उत्तरम्:
(ख) ग्रामस्य
17. स: ………… कुशलः।
(क) पठने
(ख) पठनाय
(ग) पठनेन
(घ) पठनस्य
उत्तरम्:
(क) पठने
18. सम्प्रति ………… परितः के?
(क) मम
(ख) माम्
(ग) अहम्
(घ) मह्यम्
उत्तरम्:
(ख) माम्
19. रमा ……….. स्पृह्यति।
(क) पठनाय
(ख) पठनम्
(ग) पठनेन
(घ) पठनात्
उत्तरम्:
(क) पठनाय
20. ……. बहिः उद्यानम् वर्तते।
(क) नगरस्य
(ख) नगरात
(ग) नगरं
(घ) नगराय
उत्तरम्:
(ख) नगरात
21. अधुना …….. नृत्यम् रोचते।
(क) बालिकाम्.
(ख) बालिकायै
(ग) बालिकायाम्
(घ) बालिके
उत्तरम्:
(ख) बालिकायै
22. सः ………… सह गच्छति।
(क) बालिकायाः
(ख) बालिकया
(ग) बालिकाय
(घ) बालिकायै
उत्तरम्:
(ख) बालिकया
23. सम्प्रति ………. विना न सफलता।
(क) परिश्रमात्
(ख) परिश्रमस्य
(ग) परिश्रमे
(घ) परिश्रमैः
उत्तरम्:
(क) परिश्रमात्
24. ……….. उभयत: जलम् वहति।
(क) देशस्य
(ख) देशम्
(ग) देशेन
(घ) देशाय
उत्तरम्:
(ख) देशम्
25. छात्राः कथयन्ति …….. नमः।
(क) अध्यापकम्
(ख) अध्यापकाय
(ग) अध्यापकेन
(घ) अध्यापकस्य
उत्तरम्:
(ख) अध्यापकाय
26. अध्यापक: ……. पुस्तकम् ददाति।
(क) छात्राय
(ख) छात्रम्
(ग) छात्रेण
(घ) छात्रात्
उत्तरम्:
(क) छात्राय
27. माता ……….. क्रुध्यति।
(क) पुत्राय
(ख) पुत्रम्
(ग) पुत्रेण
(घ) पुत्रस्य
उत्तरम्:
(क) पुत्राय
28. “………” अभितः वृक्षाः सन्ति।
(क) नगरस्य
(ख) नगरम्
(ग) नगरेण
(घ) नगरे
उत्तरम्:
(ख) नगरम्
29. बालकः ……….. बिभेति।
(क) सिंहात्
(ख) सिंहस्य
(ग) सिंहम्
(घ) सिंहेन
उत्तरम्:
(क) सिंहात्
30. छात्राः ……….. सह भ्रमणाय गच्छन्ति।
(क) गुरोः
(ख) गुरुणा
(ग) गुरुम्
(घ) गुरवे
उत्तरम्:
(ख) गुरुणा
31. तस्य -……….पठनम् रोचते।
(क) छात्रायै
(ख) छात्रम्
(ग) छात्रेण
(घ) छात्रायाम्
उत्तरम्:
(क) छात्रायै
32. सीता ………….. सह वनम् अगच्छत्।
(क) रामस्य
(ख) रामेण
(ग) रामाय
(घ) रामम् ।
उत्तरम्:
(ख) रामेण
33. सम्भवतः अद्य ……….. मोदकम् न रोचते। पुस्तकम् ददाति।
(क) मम
(ख) मह्यम्
(ग) मत्
(घ) माम्
उत्तरम्:
(ख) मह्यम्
34. सः ………. निपुणः वर्तते।
(क) कार्यस्य
(ख) कार्ये
(ग) कार्यात्
(घ) कार्येण
उत्तरम्:
(ख) कार्ये
35. व्यर्थेण ……….. किम्?
(क) जीवनेन
(ख) जीवनस्य
(ग) जीवनाय
(घ) जीवनात्
उत्तरम्:
(क) जीवनेन
36. अध्यापकः ………… प्रवीणः अस्ति।
(क) पाठनस्य
(ख) पाठने
(ग) पाठनम्
(घ) पाठनाय
उत्तरम्:
(ख) पाठने
37. अहं कथयामि-वरुण ……….. नमः।
(क) देवाय
(ख) देवम्
(ग) देवात्
(घ) देवालये
उत्तरम्:
(क) देवाय
38. राजा ………. बहिः देवालयः अस्ति।
(क) ब्राह्मणाय
(ख) ब्राह्मणम्
(ग) ब्राह्मणः
(घ) ब्राह्मणात्
उत्तरम्:
(क) ब्राह्मणाय
39. भिक्षुकः ………. गाम् यच्छति।
(क) देवालयात्
(ख) देवालयम्
(ग) देवालयाय
(घ) देवेन
उत्तरम्:
(क) देवालयात्
2. अधोलिखितेषु पदेषु उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
1. इयम् शान्तिसभा, अलम् …….
(क) कोलाहलेन
(ख) कोलाहलात्
(ग) कोलाहलाय
(घ) कोलाहलात्
उत्तरम्:
(क) कोलाहलेन
2. ………….. नमः।
(क) शिवम्
(ख) शिवाय
(ग) शिवात्
(घ) शिवेन
उत्तरम्:
(ख) शिवाय
3. ………. परितः अग्निः ज्वलति।
(क) भवनम्
(ख) भवनस्य
(ग) भवनेन
(घ) भ्रमणात्
उत्तरम्:
(क) भवनम्
4. ……….. बहि: वाटिका अस्ति।
(क) गृहात्
(ख) गृहस्य
(ग) गृहम्
(घ) गृहेण
उत्तरम्:
(क) गृहात्
5. पर्यटक ……… गच्छति।
(क) भ्रमणस्य
(ख) भ्रमणाय
(ग) भ्रमणम् ।
(घ) भ्रमणात्
उत्तरम्:
(ख) भ्रमणाय
6. ………. बहिः रक्षकः तिष्ठति।
(क) गृहस्य
(ख) गृहात्
(ग) गृहम्
(घ) गृहेण
उत्तरम्:
(ख) गृहात्
7. ……… उभयतः
(क) गुरुणा
(ख) गुरोः
(ग) गुरुम्
(घ) गुरौ
उत्तरम्:
(ग) गुरुम्
8. धनिकः …….. धनं यच्छति।
(क) याचकम्
(ख) याचकाय
(ग) याचकात्
(घ) याचकस्य
उत्तरम्:
(ख) याचकाय
9. स: ………… बिभेति।
(क) सर्पस्य
(ग) सर्पत
(ग) सर्पम्
(घ) सर्पण
उत्तरम्:
(ख) सर्पत
10. ……… परितः आम्रवृक्षाः
(क) तडागम्
(ख) तडागेन
(ग) तडागे
(घ) तडागाय
उत्तरम्:
(क) तडागम्
11. ………. नमः।
(क) शिवम्
(ख) शिवाय
(ग) शिवात्
(घ) शिवस्य
उत्तरम्:
(ख) शिवाय
3. अधोलिखितेभ्यः शुद्धं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
1. अलम् ……….. |
(क) कोलाहलं
(ख) कोलाहलेन
(ग) कोलाहलात्
(घ) कोलाहलस्य
उत्तरम्:
(ख) कोलाहलेन
2. धिक् ………|
(क) असत्यवादिने
(ख) असत्यवादिनम्
(ग) असत्यवादिनम्
(घ) असत्यवादी
उत्तरम्:
(ख) असत्यवादिनम्
3. तस्मै ……….. मिष्ठान्नं रोचते।
(क) बालकं
(ख) बालकाय
(ग) बालकस्य
(घ) बालके
उत्तरम्:
(ख) बालकाय
4. गुरुः ………प्रश्नम् पृच्छति।
(क) शिष्यः
(ख) शिष्यम्
(ग) शिष्याय
(घ) शिष्यात्
उत्तरम्:
(ख) शिष्यम्
5. सः बालकः ………. समया उपतिष्ठति।
(क) पुस्तकस्य
(ख) पुस्तकम्
(ग) पुस्तकेन
(घ) पुस्तकात्
उत्तरम्:
(ख) पुस्तकम्
6. माता …….. स्निह्यति।
(क) पुत्रे
(ख) पुत्रम्
(ग) पुत्रेण
(घ) पुत्रात्
उत्तरम्:
(क) पुत्रे
7. अध्यापकः ……….. विश्वसिति।
(क) छात्रम्
(ख) छात्रे
(ग) छात्रेण
(घ) छात्रात्
उत्तरम्:
(ख) छात्रे
8. संसारे …….. विना न ज्ञानम्।
(क) गुरुणा
(ख) गुरौ
(ग) गुरोः
(घ) गुरवे
उत्तरम्:
(ग) गुरोः
9. रुदत: ………. माता अगच्छत्।
(क) बालकम्
(ख) बालकस्य
(ग) बालकः
(घ) बालकेन
उत्तरम्:
(ख) बालकस्य
10. सः सज्जनः …….. न असूयति।
(क) शत्रवे.
(ख) शत्रुम्
(ग) शत्रोः
(घ) शत्रौ
उत्तरम्:
(ग) शत्रोः
11. मृगः ………. प्रति धावति।
(क) ग्रामम्
(ख) ग्रामात्
(ग) ग्रामाय
(घ) ग्रामस्य
उत्तरम्:
(क) ग्रामम्
12. सा ………. कुशला अस्ति।
(क) नृत्यम्
(ख) नृत्ये
(ग) नृत्येण
(घ) नृत्यस्य
उत्तरम्:
(ख) नृत्ये
13. पुत्र! त्वं ……… मा प्रमद।
(क) परिश्रमात्
(ख) परिश्रमम्
(ग) परिश्रमेण
(घ) परिश्रमाय
उत्तरम्:
(क) परिश्रमात्
14. तस्मात् ………. पर: कः वर्तते?
(क) ग्रामात्
(ख) ग्रामम्
(ग) ग्रामेण
(घ) ग्रामाय
उत्तरम्:
(क) ग्रामात्
15. संसारे ………. हीन: न सफलतां लभते।
(क) परिश्रमेण
(ख) परिश्रमम्
(ग) परिश्रमात्
(घ) परिश्रमस्य
उत्तरम्:
(क) परिश्रमेण
16. गङ्गा ………. प्रभवति।
(क) हिमालयात्
(ख) हिमालयस्य
(ग) हिमालये
(घ) हिमालय
उत्तरम्:
(क) हिमालयात्
17. धिक् ……… यः सीताम् अहरत्।
(क) रावणम्
(ख) रावणेन
(ग) रावणाय
(घ) रावणः
उत्तरम्:
(क) रावणम्
18. अध्यापकः ………. कुप्यति।
(क) छात्राय
(ख) छात्रम्
(ग) छात्रेण
(घ) छात्रस्य
उत्तरम्:
(क) छात्राय
19. अलम् अति ……….. |
(क) वदनात्
(ख) वदनेन
(ग) वदनाय
(घ) वदनम्
उत्तरम्:
(ख) वदनेन
20. अध्यापकः ………. प्रति अकथयत्।
(क) देवम
(ख) देवेन
(ग) देवाय
(घ) देवात्
उत्तरम्:
(क) देवम
21. त्वं …………. प्रयोजनेन तत्र गमिष्यसि?
(क) केन
(ख) कस्मै
(ग) कस्मात्
(घ) कस्य
उत्तरम्:
(क) केन
22. अलम् वृथाः …………. |
(क) रोदनेन
(ख) रोदनात्
(ग) रोदनाय
(घ) रोदनात्
उत्तरम्:
(क) रोदनेन
23. मल्लोऽयम् तस्मै ……… अलम्।
(क) मल्लम्
(ख) मल्लाय
(ग) मल्लात्
(घ) मल्लेन
उत्तरम्:
(ख) मल्लाय
24. तं …………. समया सुन्दरम् उद्यानं वर्तते।
(क) विद्यालयात्
(ख) विद्यालयम्
(ग) विद्यालयस्य
(घ) विद्यालरं
उत्तरम्:
(ख) विद्यालयम्
25. बाल: ……… निकषा गच्छति।
(क) मातुः
(ख) मातरम्
(ग) माता
(घ) मात्र
उत्तरम्:
(ख) मातरम्
26 ……….. दक्षिणतः देवालयः वर्तते।
(क) नगरस्य
(ख) नगरम्
(ग) नगरेण
(घ) नगरे
उत्तरम्:
(क) नगरस्य
27 ………. वनं गते दशरथ: मृतः।
(क) रामस्य
(ख) रामे
(ग) रामम्
(घ) रामेण
उत्तरम्:
(ख) रामे
28. कुत्र ………. विना जीवनम्?
(क) वायुन
(ख) वायोर
(ग) वायवे
(घ) वायौ
उत्तरम्:
(क) वायुन
29. अद्य सः ………. अनन्तरम् आगच्छत्।
(क) भोजनात्
(ख) भोजनस्य
(घ) भोजनाय
(ग) भोजनम्
उत्तरम्:
(क) भोजनात्
30. सम्प्रति ……. हीनः न शोभते।
(क) धनात्
(ख) धनेन
(ग) धनाय
(घ) धनस्य
उत्तरम्:
(ख) धनेन
31. बालकः ………. अलम्।
(क) बालकम्
(ख) बालकाय
(ग) बालक:
(घ) बालकात्
उत्तरम्:
(ख) बालकाय
32. त्वम् …….. मा प्रमद।
(क) विद्यायाः
(ख) विद्याम्
(ग) विद्यया
(घ) विद्यायै
उत्तरम्:
(क) विद्यायाः
33. सा …….. अनुरक्ता अस्ति।
(क) माम्
(ख) मयि
(ग) मम
(घ) मह्यम्
उत्तरम्:
(ख) मयि
34. सा बालिका …….. तत्र वसति।
(क) विद्याम्
(ख) विद्यायै
(ग) विद्याम्
(घ) विद्यायाम्
उत्तरम्:
(ख) विद्यायै
35. …….. विना न जीवनम्।
(क) विद्यायाः
(ख) विद्यायै
(ग) विद्यया
(घ) विद्यया
उत्तरम्:
(ग) विद्यया
36. त्वं ……… निकषा गच्छसि?
(क) कस्य
(ख) कम्
(ग) किम्
(घ) केन
उत्तरम्:
(ख) कम्
37. …………. विना जीवानां जीवनम् वृथा अस्ति।
(क) जलस्य
(ख) जलम्
(ग) जलेन
(घ) जलाय
उत्तरम्:
(ख) जलम्
38. धिक् तान् ………. |
(क) राक्षसाः
(ख) राक्षसान्
(ग) राक्षसेभ्यः
(घ) राक्षसैः
उत्तरम्:
(ख) राक्षसान्
39. अध्यापकः ………. स्निह्यति।
(क) छात्राय
(ख) छात्रे
(ग) छात्रेण
(घ) छात्रम्
उत्तरम्:
(ख) छात्रे
40. धिक एतान ……….. |
(क) जाल्मेभ्यः
(ख) जाल्मान्
(ग) जाल्मैः
(घ) जाल्मानाम्
उत्तरम्:
(ख) जाल्मान्
41. अलम् अनेन ………. |
(क) कथनम्
(ख) कथनेन
(ग) कथनाय
(घ) कथने
उत्तरम्:
(ख) कथनेन
42. त्वम् अधुना ……… विना कथं पठिष्यसि?
(क) पुस्तकस्य
(ख) पुस्तकम्
(ग) पुस्तके
(घ) पुस्तकाय
उत्तरम्:
(ख) पुस्तकम्
उपपद विभक्ति-परिचयः Revision
1. परिजनेन सुखम् अनुभवति। He experiences happiness with kinsmen.)
2. अनागतविधाता परिजनेन सह निष्क्रान्तः। Anagatavidhata went away with the own persons.)
1. सः तां पश्यति। (He sees her.)
2. स तां निकषा संगत्य सविनयम् आह। (Going near her he spoke humbly.)
1. शक्तिकुमारः कन्याम् उद्वहति। (Shaktikumara marries the girl.)
2. शक्तिकुमारः कन्यां प्रति समाकृष्टः। (Shaktikumara was attracted towards the girl.)
In these sentence-couples, similar cases are there in the underlined words. But this seemingly similar case is in the real sense different. The case used in the underlined words of the sentence in the first serial is recognized as Karakavibhakti कारक विभक्ति’ while the cas used in the underlined words of the sentences in the second serial is known as Upapada Vibhakti (उपपद विभक्ति)
उपपद विभक्ति-परिचयः Purpose (आशय) of Karakvibhakti (कारकविभक्ति):
First, the speaker think to use one Karaka noun like nominative, accusative, instrumental, dative, ablative, genitive or locative in the words and after that, because of that Karaka the exact case is to be used and because of the use of Karaka such case is recognized as Karaka Vibhakti. As- शिष्यः संस्कृतं पठति। Here speaker though of संस्कृत .as an object of the action of reading and therefore the word कर्म becomes the first object, hence the second case has been used. In this way, because of i.e., object the second case is used and this case is known as Karaka vibhakti.
उपपद विभक्ति-परिचयः Purpose (आशय) of Upapadavibhakti) (उपपदविभक्ति )
But when because of some words used as near (उप =) certain case has to be used then that case is known as Upapadavibhakti (उपपदविभक्ति) as – गणेशाय नाम:1 Here the words नाम: is used, the hence fourth case has been there as गणेशाय and that is known as Upapadavibhakti. (Here you can see by showing some declension (कारक) of गणेशाय, the case has not been used as per declension, but because of the word नाम: the fourth case has been used. Therefore, this fourth case is known as Upapadavibhakti.)
उपपद विभक्ति-परिचयः The use of Upapadavibhakti
To learn the use of Upapadavibhakti one has to get the knowledge of which case is to be used with which conjunction. Here, therefore, the rules of Upapadavibhakti are being given in connection with the conduct word.
1. When in the sentence word like उभयथा: (both the sides), परित: (all around), प्रति (towards, to), विना (except, without), अन्तर (without, between) and निकषा (near) are used, then the second case
has to be used there, as, मार्ग उभयत: वृक्ष: सन्ति (trees are on both the sides), गिरी परीति: वर्तते: (There is a path all around the mountain) वृक्षं प्रति प्रकाशते विद्युत्। (Electricity shines towards the tree.) and – विद्यां विना निष्फलं हि जीवनम्। (Life without knowledge is a failure.)
In all these sentences serially उभयतः, परितः, प्रति and विना words have been used and because these words are added the second case has been used in words like मार्गम्, गिरम्, वृक्षम् and विद्युत्
2. When अव्ययपद (indeclinable) like सह (with), सार्धम्/समम् (with) अलम् (in the sense of stoppage in the sense of sufficient and in the sense of perfection) are being used then the third case has to be used as- जलप्रवाहेण सह समुद्र मिलति। (meets in the sea with the flow of water), गिरिणा सार्धं/समं वनमपि अस्ति (Forest is also there near the mountain.) and अल पटनोना (Stop learning. This much learning is sufficient.)
Because of the use of the word like सहा, सार्धंम् and अलम् in these sentence, third case is in the words of जलप्रवाहेण, गिरिण and पठनेन. In the case of the word विना From the above-cited words, the third and the fifth case also is used, as- धर्मेण/धर्मात् विना सुखं न भवति। (Happiness is not there without piety/religion.)
3. When the अव्ययपद (indeclinable words) like नाम: (bowing, salutation, to honor), स्वस्ति (the word recited while offering something to diety, feeling of dedication, oblation) and स्वस्ति (an utterance of welfare, wellbeing) are used in the sentences then the fourth case is used, as, रामय नाम: (salutation to Rama.) अगण्यो स्वाहा (Oblation to fire.) and पुत्राय स्वस्ति (Welfare for the son).
In all these sentences serially नमः स्वाहा and स्वस्ति words are used and as regards conjunctions in रामाय, अग्नये and पुत्राय the fourth case is used.
4. When अव्ययपद (indeclinable words) like ऋते (except, without) and प्रभृति (from-to) are used the fifth case has to be used, as, ऋते ज्ञानाते न सुखम (no happiness without knowledge.) and बाल्यत (Sings from the childhood.) As प्रभृति गायति (Sings from the childhood) As ऋते and प्रभृति words are used in these sentences the fifth case has been used in the words ज्ञानाते and बाल्यत
5. When अव्ययपद (indeclinable words) like कुते (for), अग्रो (before) and पुरत: (fefore, in front of, earlier) are used, the sixth case is to be used, as- संस्कृतस्य कुते जीवति (Lives for Sanskrit.) देशस्य: अग्रो अहा कामपि नास्ति (I a nothing before the country.) and सज्जनस्य पुरः दुर्जनां न तिष्यंति (The wicked does not stand before a gentleman.) Here sixth case has been used in the words संस्कृतस्य, देशस्य and सज्जनस्य due to the use of the words कृते, अग्रे and पुरतः respectively. The use of upapada bibhakti is also known as the special use of case.