Gujarat Board GSEB Solutions Class 6 Hindi Chapter 3 ज़रा मुस्कुराइए Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 6 Hindi Chapter 3 ज़रा मुस्कुराइए
GSEB Solutions Class 6 Hindi ज़रा मुस्कुराइए Textbook Questions and Answers
ज़रा मुस्कुराइए अभ्यास
प्रश्न 1.
सामयिकों, अखबारों में से चुटकुले पढ़िए और कक्षा में सुनाइए। आपने जो चुटकुले सुने या पढ़े हों उन्हें लिखिए।
उत्तर :
(1) पिता : राजू, तुम हर बार इतिहास में अनुत्तीर्ण क्यों हो जाते हो?
राजू : क्योंकि, इस विषय के सभी प्रश्न उस समय के होते है, जब मैं पैदा भी नहीं हुआ था।
(2) पिता : (बेटे से) बेटा, जाओ डाकघर से दो चिट्ठियाँ ले आओ।
बेटा : पापा पैसे तो दीजिए।
पिता : अरे बेटे! पैसों से तो सभी ले आते हैं। अगर तुम मेरे बेटे हो तो बिना पैसे के लेकर आओ (थोड़ी देर में ही बेटा ४-५ चिट्ठियाँ लेकर आ गया।)
पिता : अरे! ये तो पहले से ही लिखी हैं।
बेटा : पापा अगर आप मेरे पापा है तो लिखी चिट्ठियों पर ही लिखकर दिखाइए।
(3) सोहन : सोनल बताओ, अक्ल बड़ी या भैंस?
सोनल : भैया, पहले दोनों के जन्मदिन बताओ तभी तो पता चलेगा कि कौन बड़ा है।
(4) टीचर : जहाँ बहुत बारिश होती है, वहाँ कौन-सी चीज़ ज्यादा पैदा होती छात्र : जी, कीचड़।
(5) पिता : लंका को ‘सोने की लंका’ क्यों कहते थे?
बेटा : इसलिए कि वहाँ कुम्भकर्ण जैसे सोनेवाले लोग थे।
(6) अमित : (पहलवान से) कमाल है भाई, ५ साल पहले भी तुमने अपनी उम्र ३२ वर्ष बताई थी और आज भी अपनी उम्र वर्ष ही बताते हो?
पहलवान : हम पहलवान है, जो एक बार कह देते हैं, उस पर अटल रहते हैं। अपनी बात से पीछे नहीं हटते।
(7) सुरेन्द्र : नवीन, इन्सान की नज़र ज्यादा तेज है या जानवर की?
नवीन : जानवर की। सुरेन्द्र : यह तुम कैसे कह सकते हो?
नवीन : क्योंकि जानवर कभी चश्मा नहीं पहनते।
(8) अंकल : आरती, तुमने अखबारवाले का बिल देखा है?
आरती : अंकल, क्या शहर में लोग बिलों में भी रहते हैं?
(9) नौकर : मालिक, आप एक साथ दो-दो रोटियाँ क्यों खाते हैं?
मालिक : डॉक्टर ने मुझे डबल रोटी खाने को कहा है।
(10) एक छोटी बच्ची ने टेलीफोन पर अपने पिताजी की आवाज़ सुनी। वह जोर-जोर से रोने लगी।
माँ ने पूछा : अरे बेटी, क्यों रो रही हो? बेटी : अब इसमें से पिताजी कैसे निकलेंगे?
(11) मालिक : (नौकर से) तू कोई भी काम करने से पहले मुझसे पूछ लिया कर। (थोड़ी देर बाद)
नौकर : मालिक। रसोईघर में बिल्ली दूध पी रही है, क्या मैं उसे भगा दूँ?
(12) सुशील : मेरे पिताजी जब माचिस की डिबिया खरीदते हैं तो सारी तीलियाँ गिनते हैं कि कहीं कम तो नहीं।
गीता : मेरे पिताजी माचिस की डिबिया खरीदते हैं तो सारी तीलियाँ जलाकर देखते हैं कि कोई तीली खराब तो नहीं।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित परिच्छेद में से मुहावरे ढूंढ़िए और उनके अर्थ देकर वाक्य-प्रयोग कीजिए।
रमेश पढ़ाई में होशियार लड़का है, इसलिए रमेश पिताजी की आँखों का तारा है। इस साल रमेश ने कमर कसके परीक्षा की तैयारी की थी। जब वह परीक्षा देने गया तो उसका ईद का चाँद मित्र महेश का नंबर भी उसके नज़दीक था।
महेश आस्तीन का साँप निकला और वह अध्यापक की नज़र चुरा के रमेश की कापी में से नकल कर रहा था। उस वक्त अध्यापक ने देखा और वे आग बबूला हो गये।
उत्तर :
- आँखों का तारा- बहत प्यारा
वाक्य : गौरव अपनी माँ की आँखों का तारा है। - कमर कसना – अच्छी तरह तैयार होना
वाक्य : मैंने भी प्रतियोगिता में जीतने के लिए कमर कस ली है। - ईद का चाँद होना – बहुत दिन बाद मिलना।
वाक्य : आजकल तुम, ईद के चाँद हो गए हो, दिखाई नहीं देते। - आस्तीन का साँप – कपटी मित्र, मित्र बनकर शत्रु जैसा व्यवहार करना।
वाक्य : मैंने मनोज पर पूरा विश्वास किया, लेकिन वह आस्तीन का साँप निकला। - नज़र चुराना – किसी का ध्यान न जाए इस तरह काम करना
वाक्य : अपराधी पुलिस की नज़र चुराकर भाग गया। - आग बबूला होना – बहुत क्रोधित होना
वाक्य : नौकर से गुलदस्ता टूट जाने पर मालकिन आग बबूला हो गई।
प्रश्न 3.
रेखांकित शब्दों के लिंग बदलकर वाक्य फिर से लिखिए :
(1) मेरे दादाजी यात्रा पर गये हैं।
(2) एक आदमी ने मुझसे कहा।
(3) लेखक कहानी लिख रहा है।
(4) मेरी मालकिन का स्वभाव बहुत अच्छा है।
(5) बारिश को देखकर मोर नाचने लगा।
(6) जंगल में शेर दहाड़ रहा है।
(7) सेठ दुकान में बैठे हैं।
(8) अध्यापक पढ़ रहे है।
(9) पंडित रामायण सुनाने लगे।
(10) लड़का दुकान के पास खड़ा है।
उत्तर :
(1) मेरी दादीजी यात्रा पर गयी हैं।
(2) एक औरत ने मुझसे कहा।
(3) लेखिका कहानी लिख रही है।
(4) मेरे मालिक का स्वभाव बहुत अच्छा है।
(5) बारिश को देखकर मोरनी नाचने लगी।
(6) जंगल में शेरनी दहाड़ रही है।
(7) सेठानी दुकान में बैठी हैं।
(8) अध्यापिका पढ़ रही है।
(9) पंडिताइन रामायण सुनाने लगी।
(10) लड़की दुकान के पास खड़ी है।
प्रश्न 4.
उदाहरण के अनुसार शब्द का चार-चार वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
जैसे :
घर – मेरा घर सूरत में है।
– मुझे अपना घर बहुत पसंद है।
– मेरे घर में तीन कमरे हैं।
– मैं अपना घर साफ रखता हूँ।
(1) बाग
(2) नदी
(3) दोस्त
(4) पसंद
(5) कहानी
उत्तर :
(1) बाग :
- बाग में फूल होते हैं।
- बाग में लड़के खेलते हैं।
- मैं रोज बाग में जाता हूँ।
- यह बाग बहुत सुंदर है।
(2) नदी :
- हम नदी में नहाते हैं।
- लोग नदी में तैरते हैं।
- नदी में नावें चलती हैं।
- गंगा पवित्र नदी है।
(3) दोस्त :
- गौरव मेरा दोस्त है।
- मेरा दोस्त पढ़ने में होशियार हैं।
- मैं अपने दोस्त के साथ खेलता हूँ।
- जीवन में दोस्त होना जरूरी है।
(4) पसंद :
- मुझे गुलाब का फूल पसंद है।
- दीदी की पसंद चमेली का फूल है।
- माँ केवड़ा पसंद करती है।
- सबकी अपनी-अपनी पसंद होती है।
(5) कहानी :
- मैं प्रेमचंदजी की कहानी पढ़ रहा था।
- मुझे कहानी पढ़ने का शौक है।
- गुरुजी ने हमें एक दिलचस्प कहानी सुनाई।
- बच्चे कहानी सुनने में मग्न थे।
प्रश्न 5.
कहावतों के अर्थ दिए गए हैं, कक्षा में उदाहरण देकर चर्चा कीजिए :
(1) अक्ल बड़ी या भैंस – शरीर बड़ा होने की अपेक्षा अक्ल बड़ी होती है।
उत्तर :
शिक्षक : हमारी अक्ल मस्तिष्क में होती है, मस्तिष्क हमारी खोपड़ी में होता है। हमारी खोपड़ी भैंस से बहुत छोटी होती है और अक्ल तो उससे और भी छोटी होती है। फिर भी अक्ल को भैंस से बड़ी क्यों कहा जाता है?
एक विद्यार्थी : गुरुजी, कद में बड़े होने से ही कोई बड़ा नहीं हो जाता। रोग का एक कीटाणु छोटा होने पर भी हमें बीमार बनाकर कड़वी दवा खाने के लिए मजबूर कर देता है। इसी तरह अक्ल सूक्ष्म और अदृश्य शक्ति है। यह सारा ज्ञान-विज्ञान मनुष्य की अक्ल का जलसा है। यदि भैंस में अक्ल होती तो वह ‘पशु’ क्यों कहलाती? मनुष्य के पास अक्ल है, इसलिए वह भैंस को पालकर उसका दूध निकालता है। हाथी और शेर भी मनुष्य के वश में हो जाते हैं। इसीलिए मनुष्य की अक्ल को भैंस से बड़ा माना जाता है।
शिक्षक : हाँ, इसीलिए तो कहावत है – अक्ल बड़ी या भैंस?
(2) आसमान से गिरा खजूर में अटका – एक के बाद एक विपत्ति में फँसना।
उत्तर :
शिक्षक : गोपाल, क्या इस कहावत का तुम्हें कभी अनुभव हुआ है?
गोपाल : हाँ गुरुजी, एक बार मेरे दादाजी बीमार हुए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराकर पिताजी घर लौटे तो देखा कि बाथरूम में पैर फिसल जाने से दादी के हाथ और सिर में गहरी चोट आई है। तब, उनके मुँह से मैंने यही कहावत सुनी थी – आसमान से गिरा खजूर में अटका।
(3) आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास – अच्छा काम छोड़कर महत्त्वहीन काम में लग जाना।
उत्तर :
शिक्षक : धवल, क्या तुम इस कहावत का कोई उदाहरण दे सकते हो?
धवल : क्यों नहीं गुरुजी, मेरे चाचाजी फिल्म में अभिनेता बनने के लिए लखनऊ से मुंबई आए थे। बहुत कोशिश की, पर किसी फिल्म में मौका नहीं मिला। आखिर उन्हें एक दफ्तर में क्लर्क बनकर जीविका चलानी पड़ी। एक दिन मैंने उनके मुँह से यही कहावत सुनी थी – आए थे हरिभजन को ओटन लगे कपास।
(4) जो गरजते हैं वो बरसते नहीं – जो डींग मारते हैं, वे काम नहीं करते।
उत्तर :
शिक्षक : सलिल, क्या तुम इस कहावत का उदाहरण दे सकते हो?
सलिल : गुरुजी, हमारे मुहल्ले में बरसों से पानी की किल्लत है। पिछले नगरपालिका चुनाव में हर पार्टी के नेता ने लोगों से कहा कि यदि वे चुनकर आएँगे, तो कुछ दिनों में ही लोगों को नियमित रूप से भरपूर पानी दिलाएँगे। चुनाव हुए दो साल हो गए। जो उम्मीदवार जीता, वह अभी तक कहीं नजर नहीं आया। अब इसे आप क्या कहेंगे?
शिक्षक : सच है, जो गरजते हैं वो बरसते नहीं।
(5) जैसी करनी वैसी भरनी – जो जैसा करते हैं उसे उसीके अनुसार फल भुगतना पड़ता है।
उत्तर :
शिक्षक : सूरज, क्या इस कहावत को तुम सच मानते हो?
सूरज : गुरुजी, अभी मैं स्कूल आ रहा था तो एक युवक एक महिला के गले से सोने की जंजीर झटककर भाग रहा था। महिला के चिल्लाने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी खूब पिटाई की। फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। अब इसे हम क्या कहेंगे?
मोहन : जैसी करनी, वैसी भरनी।
ज़रा मुस्कुराइए योग्यता विस्तार
प्रश्न 1.
“ठहाका मारकर हँसो और सौ साल जिओ’ कैसे? कक्षा में इस वाक्य पर चर्चा कीजिए।
उत्तर :
शिक्षक : रमेश, ‘ठहाका मारकर हँसना’ किसे कहते हैं? रमेश : गुरुजी, खूब जोर से हँसने को ‘ठहाका मारकर हँसना’ कहते हैं।
मधुर : इसे ‘अट्टहास’ भी कहते हैं।
शिक्षक : मधुर, क्या तुमने किसी को ठहाका मारकर हँसते हुए देखा है?
मधुर : गुरुजी, मेरे दादाजी तो रोज ही ठहाके लगाते हैं?
शिक्षक : उनकी उम्र क्या है?
मधुर : गुरुजी, वे पच्चासी वर्ष के हैं और बिलकुल स्वस्थ हैं। वे कोई कसरत भी नहीं करते।
शिक्षक : अरे, ठहाका मारकर हँसने से मन के सारे तनाव दूर हो जाते हैं और श्वसन तथा पचनतंत्र का व्यायाम भी हो जाता है। ये अंग स्वस्थ रहने से ही व्यक्ति दीर्घजीवी बनता है। इसलिए दिन में एक बार तो हमें ठहाका मारकर हँसना चाहिए।
प्रश्न 2.
आकाशवाणी (रेडियो), दूरदर्शन एवं प्रसार माध्यमों से चुटकुले एवं हास्य कार्यक्रम सुनिए और देखिए।
प्रश्न 3.
पाठशाला में प्राप्य सामयिक, अखबार में से चुटकुले खोजकर संग्रह कीजिए।
प्रश्न 4.
हास्य कलाकारों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
Hindi Digest Std 6 GSEB ज़रा मुस्कुराइए Important Questions and Answers
ज़रा मुस्कुराइए विशेष प्रश्नोत्तर
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए :
प्रश्न 1.
मालिक ने किराएदार से कहा था, कि इसे अपना ही समझना।
A. गाँव
B. मकान
C. घर
D. ससुराल
उत्तर :
C. घर
प्रश्न 2.
एक आदमी ने सोनू से किसका उपयोग करने के लिए कहा?
A. कील का
B. खोपड़ी का
C. पत्थर का
D. हाथ का
उत्तर :
B. खोपड़ी का
2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए: (पत्थर, ग्यारह, किराया, डेढ़)
(1) तुम मुझे ……………………………. क्यों नहीं देते?
(2) मैं ……………………………. से कील ठोक रहा था।
(3) कल मैंने रात के ……………………………. बजे तक पढ़ाई की।
(4) रात को ……………………………. बजे के बाद सारे मोहल्ले की लाइट चली गई थी।
उत्तर :
(1) तुम मुझे किराया क्यों नहीं देते?
(2) मैं पत्थर से कील ठोक रहा था।
(3) कल मैंने रात के डेढ़ बजे तक पढ़ाई की।
(4) रात को ग्यारह बजे के बाद सारे मोहल्ले की लाइट चली गई थी।
3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए : डब्बू इतिहास में फेल हो गया, क्योंकि …
(अ) वह परीक्षा में अनुपस्थित था।
(ब) उसने पढ़ाई नहीं की थी।
(क) सभी प्रश्न उस समय के पूछे गए थे, जब वह पैदा भी नहीं हुआ था।
उत्तर :
डब्बू इतिहास में फेल हो गया, क्योंकि सभी प्रश्न उस समय के पूछे गए थे, जब वह पैदा भी नहीं हुआ था।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए :
प्रश्न 1.
किराएदार घर का किराया क्यों नहीं दे रहा था?
उत्तर :
किराएदार घर का किराया नहीं दे रहा था, क्योंकि मालिक ने उससे घर को अपना ही घर समझकर रहने के लिए कहा था।
प्रश्न 2.
रात के डेढ़ बजे तक पढ़ने की मुन्ना की बात झूठ क्यों थी?
उत्तर :
राते के डेढ़ बजे तक पढ़ने की मुन्ना की बाज झूठ थी, क्योंकि मुहल्ले की लाइट ग्यारह बजे के बाद चली गई थी।
ज़रा मुस्कुराइए प्रवृत्तियाँ
- स्कूल के पुस्तकालय से चुटकुलों (जोक्स) की पुस्तक लेकर पढ़िए।
- चुटकुलों की पुस्तक से पाँच चुटकुले अपनी कॉपी में लिखिए।
ज़रा मुस्कुराइए Summary in Gujarati
જરા હસો.
(1) માલિક (ભાડૂતને) તમે મને ભાડું કેમ આપતા નથી?
ભાડૂત : તમે જ તો કહ્યું હતું કે આને તમારું જ ઘર સમજજો.
(2) (સોનુને માથામાં ઈજા થઈ.)
ડૉક્ટર: (સોનુને) આ કેવી રીતે થયું?
સોનુ : (ડૉક્ટરને) હું પથ્થર વડે ખીલી ઠોકી રહ્યો હતો. એક માણસે
મને કહ્યું, “ગધેડા, ક્યારેક તો ખોપડીનો પણ ઉપયોગ કરતો રહે.”
(3) મુન્નો : પપ્પા, ગઈ કાલે મેં રાત્રે દોઢ વાગ્યા સુધી અભ્યાસ કર્યો.
પિતા : શાબાશ, દીકરા, પરંતુ રાતના અગિયાર વાગ્યા પછી તો આખા મહોલ્લાની લાઇટ જતી રહી હતી.
મુન્નો : સાચું! હું તો ભણવામાં એટલો મશગૂલ હતો કે મને ખબર જ ન પડી!
ज़रा मुस्कुराइए Summary in English
Let’s Laugh
(1) Owner :(to the tenant) Why do you not pay me house-rent?
Tenant : You yourself had told me to believe the house as mine.
(2) (Sonu injured her head.)
Doctor : (to Sonu) How did this happen?
Sonu :(to the doctor) I was fixing the nail with a stone. A man said to me, “O donkey, some time use your head, too.”
(3) Munno : Papa, yesterday I studied till half-past one at night.
Father : Very good, dear son, but after eleven at night light had gone in our whole street.
Munno : True! But I was so engrossed in my studies that I didn’t know it !
जरा मुस्कराइए विषय-प्रवेश
हँसी-मजाक को हम ज्यादा महत्त्व नहीं देते, लेकिन दैनिक जीवन में इसका भी महत्त्व है। हँसने से मन प्रसन्न हो जाता है। चिंता, तनाव और उदासी छू-मंतर हो जाते हैं। स्वस्थ रहने के लिए भी हास्य जरूरी है।
जरा मुस्कराइए शब्दार्थ
- किराएदार – जिसने रहने के लिए घर किराए पर लिया हो वह – tenant
- खोपड़ी- मस्तक, सिर – head
- इस्तेमाल – उपयोग – use
- मगन (मग्न) – तल्लीन – fully engrossed