Gujarat Board GSEB Std 10 Hindi Textbook Solutions Chapter 8 सुधामूर्ति Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 10 Hindi Textbook Solutions Chapter 8 सुधामूर्ति
GSEB Class 10 Hindi Solutions सुधामूर्ति Textbook Questions and Answers
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
सुधा कुलकर्णी ने अपनी पढ़ाई किस क्षेत्र में की थी ?
(अ) कम्प्यूटर विज्ञान
(ब) ऑटोमोबाइल विज्ञान
(क) सिविल इंजीनियरिंग
(ड) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
उत्तर :
(अ) कम्प्यूटर विज्ञान
प्रश्न 2.
किस कंपनी के विज्ञापन में लिखा था कि महिला उम्मीदवार आवेदन न करें ?
(अ) टेल्को
(ब) इन्फोसिस
(क) वीडियोकोन
(ड) सेमसंग
उत्तर :
(अ) टेल्को
प्रश्न 3.
विज्ञापन से किस प्रकार का भेदभाव स्पष्ट होता था ?
(अ) अमीर-गरीब का
(ब) महिला-पुरुष का
(क) ऊँच-नीच जाति का
(ड) कुशलता-अकुशलता का
उत्तर :
(ब) महिला-पुरुष का
प्रश्न 4.
सुधा कुलकर्णी को साक्षात्कार के लिए कहाँ बुलाया गया ?
(अ) मुंबई
(ब) पूना
(क) कलकत्ता
(ड) अहमदाबाद
उत्तर :
(ब) पूना
प्रश्न 5.
लेखिका सुधामूर्ति को 2002 में ‘वुमन ऑफ द इयर’ का पुरस्कार किसने दिया ?
(अ) कर्णाटक राज्य सरकार
(ब) उड़ीसा सरकार
(क) एफ. एम. रेडियो
(ड) इन्फोसिस फाउंडेशन
उत्तर :
(क) एफ. एम. रेडियो
2. निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
टेल्को कंपनी का विज्ञापन किस पद के लिए था ?
उत्तर :
टेल्को कंपनी का विज्ञापन इंजीनियर के पद के लिए था।
प्रश्न 2.
विदेश जाकर सुधा किस क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहती थी ?
उत्तर :
विदेश जाकर सुधा कम्प्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहती थी।
प्रश्न 3.
विज्ञापन की अंतिम पंक्ति पढ़कर सुधा के मन में क्या विचार आये ?
उत्तर :
विज्ञापन की अंतिम पंक्ति पढ़कर सुधा के मन में विचार आया कि यह तो स्त्री-पुरुष के बीच असमानता की बात है। इस भेदभाव को सहना उसके बस की बात नहीं है, वह इसका डटकर विरोध करेगी।
प्रश्न 4.
वृद्ध सज्जन ने स्नेहमयी वाणी में साक्षात्कार के समय सुधा से क्या कहा ?
उत्तर :
वृद्ध सज्जन ने स्नेहमयी वाणी में साक्षात्कार के समय सुधा से कहा कि यहाँ फैक्टरी में मुख्य कार्य-स्थल पर किसी महिला की नियुक्ति नहीं की जाती, अत: आपको अनुसंधान-शालाओं में जाकर कार्य करना चाहिए।
प्रश्न 5.
सुधा कुलकर्णी ने किससे शादी की ?
उत्तर :
सुधा कुलकर्णी ने नारायणमूर्ति से शादी की।
प्रश्न 6.
इन्फोसिस फाउंडेशन ने कर्णाटक के सरकारी स्कूलों के लिए क्या किया ?
उत्तर :
इन्फोसिस फाउंडेशन ने कर्णाटक राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में एक-एक कम्प्यूटर की योजना बनाई और उसे कार्यरूप दिया।
प्रश्न 7.
सुधामूर्ति महिलाओं की सफलता पर क्या कह उठी ?
उत्तर :
सुधामूर्ति महिलाओं की सफलता पर कह उठी कि उनका मार्ग कठिन अवश्य हैं किंतु उस पर उन्हें चलना जरूरी है।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
टेल्को विज्ञापन में चौंकानेवाली क्या बात थी ?
उत्तर :
विज्ञापन प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल कंपनी टेल्को (टाटा) को योग्य और परिश्रमी इंजीनियरों की आवश्यकता के बारे में था। उसमें अंतिम पंक्ति में छोटे-छोटे अक्षरों में लिखा था- ‘महिला उम्मीदवार आवेदन न भेजें।’ टेल्को के विज्ञापन में यह चौंकानेवाली बात थी।
प्रश्न 2.
सुधा ने स्त्री-पुरुष के भेदभाव के लिए क्या निश्चय किया ?
उत्तर :
सुधा ने विज्ञापन में छोटे-छोटे अक्षरों में ‘महिला उम्मीदवार आवेदन न भेजें’ वाक्य पढ़ा, तो यह बात उन्हें पची नहीं। उन्होंने निश्चय किया कि वे टेल्को कंपनी के सर्वोच्च अधिकारी को सूचित करेंगी कि उनकी कंपनी महिलाओं को इस प्रकार का अन्याय कर रही है।
प्रश्न 3.
सुधा और नारायण मूर्ति ने इन्फोसिस फाउंडेशन द्वारा क्या-क्या कार्य किये ?
उत्तर :
सुधा और नारायणमूर्ति ने इन्फोसिस फाउंडेशन द्वारा सामाजिक विकास, समाजसुधार तथा राहत कार्य के अनेक कार्य किये। उन्होंने सरकारी स्कूलों में एक-एक कम्प्यूटर और लाइब्रेरी योजना को कार्यरूप दिया। अनेक अस्पतालों को चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए। अनेक शहरों में चिकित्सा सहायता दी और राहत कार्य करवाए। अनेक गाँवों में कम्प्यूटर वितरित किए, स्कूली इमारतें बनवाई तथा विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियां दीं।
प्रश्न 4.
कर्णाटक सरकार तथा अन्य संस्थाओं द्वारा सुधा को किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया ?
उत्तर :
सुधामूर्ति को उनके कार्यों के लिए अनेक पुरस्कार दिए गए। कर्नाटक सरकार तथा अन्य संस्थाओं द्वारा सुधा को कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार, ओजस्विनी पुरस्कार, मिलेनियम महिला शिरोमणि पुरस्कार, वुमन ऑफ द ईयर (एफ. एम. रेडियो द्वारा) तथा राजलक्ष्मी आदि पुरस्कार दिए गए।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
साक्षात्कार में सुधा ने अपनी दृढ़ता का परिचय कैसे कराया ?
उत्तर :
साक्षात्कार में काफी तकनीकी प्रश्न पूछे गए थे और सुधामूर्ति ने उनके सही-सही उत्तर दिए थे। पर एक बुजुर्ग सज्जन ने कहा कि यहाँ फैक्टरी में मुख्य कार्य-स्थल पर महिलाओं की नियुक्ति नहीं होती। उनका उत्तर सुनकर सुधा ने दृढतापूर्वक कहा कि आपको कहीं-न-कहीं से तो शुरुआत करनी होगी, वरना आपकी फैक्टरी में कभी भी कोई महिला काम नहीं कर पाएगी और सुधा को उस कंपनी में इंजीनियर के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
प्रश्न 2.
सुधा के स्थान पर आप होते तो क्या करते ?
उत्तर :
आज की नारी प्राचीन काल की नारी नहीं रह गई है। प्राचीन काल में महिलाओं के लिए विभिन्न कारणों से शिक्षा और विकास के अवसर उपलब्ध नहीं थे। वह पुरुषप्रधान समय था। तब महिलाओं के लिए बहुत कम क्षेत्र उपलब्ध थे। इसलिए लोगों की धारणा बन गई थी कि महिलाएं कुछ निश्चित कार्य ही कर सकती हैं। आज महिलाओं के लिए शिक्षा, तकनीक, राजनीति, व्यवसाय, विज्ञान आदि हर क्षेत्र खुले हैं। प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं।
वे कार्यालयों में नियुक्ति से लेकर शिक्षिका, वैज्ञानिक, व्यवस्थापिका, इंजीनियर, नेता आदि सभी रूपों में अपना महत्त्व सिद्ध कर चुकी हैं। इसलिए सुधा के स्थान पर यदि मैं होता, तो किसी महिला संगठन से संपर्क कर किसी चैनल पर बड़े पैमाने पर डिबेट आयोजित करता, ताकि देश की सभी शिक्षित युवतियों को अपने साथ होनेवाले भेदभाव की जानकारी होती और इस प्रकार के नियोक्ताओं की आँखें खुल जाती।
प्रश्न 3.
सुधामूर्ति महिलाओं के लिए किस प्रकार प्रेरणा मूर्ति है ?
उत्तर :
सुधामूर्ति एक साहसी और दृढ़ संकल्पवाली महिला हैं। वे समाज विकास तथा समाजसुधार के प्रति समर्पित हैं। महिलाओं के प्रति अन्याय उन्हें सहन नहीं होता। टेल्को (टाटा) की ओर से इंजीनियरों की आवश्यकतावाले विज्ञापन में महिलाओं के लिए आवेदन न करनेवाले वाक्य के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई और टेल्को में इंजीनियर के पद पर पहली महिला के रूप में उनकी नियुक्ति हुई।
इसके बाद उन्होंने अपने पति नारायण मूर्ति के साथ इन्फोसिस जैसी कंपनी की स्थापना की। वे इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन बनीं और इसके माध्यम से उन्होंने समाज विकास, लेखन, समाजसुधार, शिक्षा, चिकित्सा, गरीब छात्रों की सहायता, स्कूलों की इमारतों का निर्माण जैसे अनेक कार्य किए। उन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इस प्रकार सुधामूर्ति महिलाओं के लिए प्रेरणामूर्ति बन गई हैं।
5. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द दीजिए :
प्रश्न 1.
- परिसर – ……….
- शुरुआत – ……….
- मेहनत – ……….
- सूखा – ……….
- अनुसंधान – ……….
- पुरस्कार – ……….
उत्तर :
- परिसर – प्रांगण
- शुरुआत – आरंभ
- मेहनत – परिश्रम
- सूखा – अकाल
- पुरस्कार – ईनाम
6. निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द दीजिए :
प्रश्न 1.
आवश्यक, सौभाग्य, उपस्थित, सज्जन, अपना, उच्च, अधिकतम
7. निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञाएँ बनाइए :
प्रश्न 1.
अधिक, सफल, आवश्यक, असमान, पुरुष, स्त्री
8. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ देकर वाक्य प्रयोग कीजिए :
प्रश्न 1.
फूला न समाना, बात न पचना
उत्तर :
फूला न समाना-बहुत प्रसन्न होना वाक्य : बेटा डॉक्टर बना, यह देखकर मां फूली न समाई।
9. निम्नलिखित कहावत का अर्थ समझाइए :
प्रश्न 1.
दिन दूनी रात चौगुनी
उत्तर :
बहुत तेजी से
Hindi Digest Std 10 GSEB सुधामूर्ति Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में लिखिए :
प्रश्न 1.
सुधा ने जे. आर. डी टाटा को पत्र में क्या लिखा?
उत्तर :
सुधा ने जे. आर. डी. टाटा को पत्र में संबोधित करते हुए लिखा कि आपने भारत में लोहा- इस्पात, रासायनिक पदार्थ, कपड़ा मशीनों के बड़े-बड़े उद्योग लगाए हुए हैं। भारतीय विज्ञान संस्थान की स्थापना में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया है। सौभाग्य से मैं उसी संस्थान में पढ़ रही हूँ। मैं हैरान हूँ कि टेल्को जैसी कंपनी स्त्री-पुरुष के बीच ऐसा भेदभाव कैसे कर सकती है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए :
प्रश्न 1.
टेल्को कंपनी ने सुधा को तार के द्वारा क्या संदेश भेजा?
उत्तर :
टेल्को कंपनी ने सुधा को तार के द्वारा संदेश भेजा कि कंपनी के खर्चे पर पुणे शहर में साक्षात्कार के लिए उपस्थित हों।
प्रश्न 2.
सुधा ने दृढ़ता से कंपनी के बुजुर्ग सज्जन से क्या कहा?
उत्तर :
सुधा ने दृढता से कंपनी के बुजुर्ग सज्जन से कहा कि महिलाओं की आपकी कंपनी में नियुक्ति के लिए कहीं से तो शुरुआत करनी होगी अन्यथा आपकी फैक्टरी में कभी कोई महिला काम नहीं कर पाएगी।
प्रश्न 3.
टेल्को कंपनी में इंजीनियर के पद पर नियुक्त प्रथम महिला कौन थी?
उत्तर :
टेल्को कंपनी में इंजीनियर के पद पर नियुक्त प्रथम महिला सुधा कुलकर्णी थी।
प्रश्न 4.
सुधामूर्ति ने टेल्को कंपनी से त्यागपत्र क्यों दे दिया?
उत्तर :
सुधामूर्ति ने टेल्को कंपनी से इसलिए त्यागपत्र दिया क्योंकि उन्होंने बैंगलूरु में अपने पति श्री नारायणमूर्ति के साथ इन्फोसिस कंपनी खोली।
प्रश्न 5.
सुधामूर्ति ने कहाँ-कहाँ के अस्पतालों में उच्च तकनीकी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए?
उत्तर :
सुधामूर्ति ने बेल्लारी, बीजापुर, हुबली आदी के अस्पतालों में उच्च तकनीकी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए।
सही वाक्यांश चुनकर निम्नलिखित विधान पूर्ण कीजिए:
प्रश्न 1.
सुधा कुलकर्णों को नौकरी की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि …
(अ) उनके पिता बहुत धनवान थे।
(ब) वे शादी करनेवाली थी।
(क) वे विदेश से स्नाकोत्तर परीक्षा के बाद रिसर्च की डिग्री के लिए छात्रवृत्ति मिलने की पेशकश हो चुकी थी।
उत्तर :
सुधा कुलकर्णी को नौकरी की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि वे विदेश से स्नाकोत्तर परीक्षा के बाद रिसर्च की डिग्री के लिए छात्रवृत्ति मिलने की पेशकश हो चुकी थी।
प्रश्न 2.
स्त्री-पुरुष में भेदभाव, असमानता की बात सुधा कुलकर्णी को…
(अ) पसंद नहीं आई।
(ब) पची नहीं।
(क) खल गई।
उत्तर :
स्त्री-पुरुष में भेदभाव, असमानता की बात सुधा कुलकर्णी को पची नहीं।
प्रश्न 3.
सुधा कुलकर्णी ने साक्षात्कार में कहा कि …
(अ) हमें महिलाओं को आगे बढ़ाना होगा।
(ब) हमें महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करना होगा।
(क) हमें कहीं से तो शुरुआत करनी होगी।
उत्तर :
सुधा कुलकर्णी ने साक्षात्कार में कहा कि हमें कहीं से : तो शुरुआत करनी होगी।
सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
प्रश्न 1.
- बैंगलूरु के भारतीय विज्ञान संस्थान के परिसर में ……… के वृक्ष फूलों से लदे हुए थे। (आम, गुलमहोर)
- भारत में लोहा-इस्मात का उद्योग विकसित करनेवाले सज्जन का नाम ………. है। (श्री जे. आर. डी. टाटा, बिरला)
- सुधामूर्ति ने स्वयं को ……….. के लिए समर्पित कर दिया। (समाज-सुधार, शिक्षण)
- …………. कंपनी के विज्ञापन में लिखा था कि महिला उम्मीदवार आवेदन न भेजें। (टॉरेन्ट, टेल्को )
- सुधा कुलकर्णी को साक्षात्कार के लिए ……………. बुलाया गया। (मुंबई, पूना)
- इन्फोसिस फाउंडेशन का चेयरपर्सन ………… बनें। (चंदा कोचर, सुधामूर्ति)
- लेखिका सुधामूर्ति को 2002 में ‘वुमन ऑफ ध इयर’ का पुरस्कार …………… ने दिया। (एफ. एम. रेडियो, ऑल इन्डिया रेडियो) 8
- सुधा कुलकर्णी के पति का नाम ……………… है। (करुणामूर्ति, नारायणमूर्ति)
- टेल्को कंपनी का विज्ञापन ……………. पद के लिए था। (डॉक्टर, इंजीनियर)
उत्तर :
- गुलमोहर
- श्री. जे. आर. डी. टाटा
- समाज-सुधार
- टेल्को
- पूना
- सुधामूर्ति
- एफ. एम. रेडियो
- नारायणमूर्ति
- इंजीनियर
निम्नलिखित प्रश्नों के साथ दिए गए विकल्पों से सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए
प्रश्न 1.
सुधा कुलकर्णी ने शादी की?
A. एक तबीब से
B. जे. आर. डी. टाटा से
C. नारायणमूर्ति से
D. एक इंजीनियर से
उत्तर :
C. नारायणमूर्ति से
प्रश्न 2.
किस फाउन्डेशन ने कर्नाटक राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में एक एक कम्प्यूटर की योजना बनाई।
A. इन्फोसिस फाउन्डेशन ने
B. नारायणमूर्ति फाउन्डेशन ने
C. उडीसा फाउन्डेशन ने
D. सुधामूर्ति फाउन्डेशन ने
उत्तर :
A. इन्फोसिस फाउन्डेशन ने
प्रश्न 3.
टेल्को कंपनी ……. की कंपनी है।
A. वैज्ञानिकों
B. ऑटोमोबाइल
C. शिक्षकों
D. अमूल / सुमूल
उत्तर :
B. ऑटोमोबाइल
प्रश्न 4.
महिलाओं की सफलता पर सुधामूर्ति कह उठी ………..
A. उनका मार्ग कठिन अवश्य है किंतु उस पर उन्हें चलना जरूरी है।
B. लड़कियाँ होकर काम मत कीजिए।
C. मत पढ़ो
D. महिला इस देश का गौरव है।
उत्तर :
A. उनका मार्ग कठिन अवश्य है किंतु उस पर उन्हें चलना जरूरी है।
प्रश्न 5.
साक्षात्कार के समय वृद्ध सज्जन ने स्नेहमयी वाणी में सुधा से कहा ……..
A. आप जैसी मेघावी लड़कियों को अनुसंधान-शालाओं में जाकर कार्य करना चाहिए।
B. महिलाएँ एसा काम नहीं करती।
C. भगवान का नाम लीजिए।
D. घर पर काम करो।
उत्तर :
A. आप जैसी मेघावी लड़कियों को अनुसंधान-शालाओं में जाकर कार्य करना चाहिए।
प्रश्न 6.
सुधामूर्ति’ पाठ की साहित्यिक विधा बताइए।
A. संस्मरण
B. निबंध
C. जीवनी
D. रेखाचित्र
उत्तर :
D. रेखाचित्र
व्याकरण
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- फूल – ………….
- प्रमुख – ………….
- योग्य – ………….
- परिसर – ………….
- ऊपर – ………….
- प्राथमिक – ………….
- विज्ञापन – ………….
- पेशकश – ………….
- साक्षात्कार – ………….
- आवेदन – ………….
- त्यागपत्र – ………….
- मेधावी – ………….
उत्तर :
- फूल – पुष्प
- प्रमुख – प्रधान
- योग्य – उचित
- ऊपर – नीचे
- प्राथमिक – प्रारंभिक
- विज्ञापन – इश्तहार
- पेशकश – प्रस्ताव
- साक्षात्कार – मुलाकात
- आवेदन – अरजी
- त्यागपत्र – राजीनामा
- मेधावी – तेजस्वी
निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- प्रसिद्ध × ………….
- होश × ………….
- कार्य × ………….
- एक × ………….
- खुशी × ………….
- भेदभाव × ………….
उत्तर :
- प्रसिद्ध × अप्रसिद्ध
- होश × बेहोश
- कार्य × अकार्य
- एक × अनेक
- खुशी × नाखुशी
- भेदभाव × समानता
निम्नलिखित संधि को छोडिए :
प्रश्न 1.
- सजन = ……………
- पुस्तकालय = ……………
- अनेक = ……………
- समाप्त = ……………
- परीक्षा = ……………
- सर्वोच्च = ……………
- उल्लास = ……………
- यथोचित = ……………
उत्तर :
- सज्जन = सत् + जन
- पुस्तकालय = पुस्तक + आलय
- अनेक = अन् + एक
- समाप्त = सम् + आप्त
- परीक्षा = परि + ईक्षा
- सर्वोच्च = सर्व + उच्च
- उल्लास = उत् + लास
- यथोचित = यथा + उचित
निम्नलिखित शब्दसमूह के लिए एक शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- पराया देश
- चुनाव के लिए खड़ा होनेवाला
- कुछ जताने-बताने की क्रिया
- आमने-सामने की मुलाकात
- अधिक उम्रवाला व्यक्ति
- पुस्तक लिखनेवाली
- रोग-निवारण का उपाय
- किसी पद को छोड़ने के लिए लिखा गया पत्र
- इच्छा रखनेवाला
- विद्यार्थी को विद्याभ्यास में सहायतार्थ मिलनेवाला धन
- साथ में पढ़नेवाला
- अच्छे चरित्र का व्यक्ति
उत्तर :
- विदेश
- उम्मीदवार
- सूचना
- साक्षात्कार
- बुजुर्ग
- लेखिका
- चिकित्सा
- त्यागपत्र
- इच्छुक
- छात्रवृत्ति
- सहपाठी
- सज्जन
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
- बात न पचना-बात गले न उतरना। वाक्य : स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए लंबे समय तक उपवास रखने की बात मरीज को न पची।
- फूला न समाना-अत्यंत प्रसन्न होना वाक्य : परीक्षा में अच्छे अंक पाने पर परीक्षार्थी फूला न समाया।
- बस की बात न होना – असमर्थ होना वाक्य : गीता फोगाट से कुस्ती लड़ना सबके बस की बात नहीं है।
निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- बड़ा – …………..
- लाल – …………..
- समाप्त – …………..
- प्रसिद्ध – …………..
- योग्य – …………..
- हेरान – …………..
- शुरु – …………..
- मुस्कुराना – …………..
- नौकर – …………..
- नियुक्त – …………..
- वृद्ध – …………..
- बच्चा – …………..
- ऊँचा – …………..
- कठिन – …………..
- चलना – …………..
- बढ़ना – …………..
- स्थापना – …………..
उत्तर :
- बड़ा – बड़प्पन
- लाल – लाली
- समाप्त – समाप्ति
- प्रसिद्ध – प्रसिद्धि
- योग्य – योग्यता
- प्रमुख – प्रमुखता
- हेरान – हैरानी
- शुरु – शुरुआत
- मुस्कुराना – मुस्कुराहट
- नौकर – नौकरी
- नियुक्त – नियुक्ति
- वृद्ध – वृद्धत्व
- बच्चा – बचपन
- ऊंचा – ऊंचाई
- कठिन – कठिनाई
- चलाना – चलन
- बढ़ना – बढ़ती
- स्थापना – स्थापत्य
निम्नलिखित शब्दों की कर्तृवाचक संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- सेवा – ………….
- कार्य – ………….
- सुधार – ………….
- सहायता – ………….
- निर्माण – ………….
- विज्ञान – ………….
- इच्छा – ………….
- परीक्षा – ………….
- आवेदन – ………….
- इंजीनीयरिंग – ………….
उत्तर :
- सेवा – सेवक
- कार्य – कार्यकर्ता
- सुधार – सुधारक
- सहायता – सहायक
- निर्माण – निर्माता
- विज्ञान – वैज्ञानिक
- इच्छा – इच्छुक
- परीक्षा – परीक्षक
- आवेदन – आवेदक
- इंजीनीयरिंग – इंजीनियर
निम्नलिखित समास को पहचानिए :
प्रश्न 1.
- अनुसंधानशाला
- कार्य-स्थल
- त्यागपत्र
- सूखापीड़ित
- कार्यरत
- सज्जन
- महाविद्यालय
- छात्रवृत्ति
उत्तर :
- तत्पुरुष
- तत्पुरुष
- तत्पुरुष
- तत्पुरुष
- तत्पुरुष
- कर्मधारय
- कर्मधारय
- मध्यमपदलोपी
सुधामूर्ति Summary in Hindi
विषय-प्रवेश :
आज के जमाने में महिलाओं के लिए कोई भी कार्य करना कठिन नहीं रह गया है। स्त्रियों को पुरुषों के बराबर ही शिक्षा एवं विकास के अवसर उपलब्ध हैं। आज वे प्रत्येक क्षेत्र में काम कर रही हैं और कुशलता भी प्राप्त कर रही हैं। इसलिए लिंग और जातिभेद महिलाओं के विकास में आड़े नहीं आना चाहिए। प्रस्तुत पाठ में वर्णित सुधामूर्ति के विभिन्न कार्यों से यह बात सिद्ध हो जाती है।
पाठ का सार :
टेल्को का विज्ञापन : सन् 1974 की बात है। बैंगलूरु के भारतीय विज्ञान संस्थान की छात्रा सुधा कुलकर्णी नोटिस बोर्ड पर टाटा ऑटोमोबाइल कंपनी (टेल्को) का विज्ञापन देखती है, जिसमें कंपनी को परिश्रमी इंजीनियरों की आवश्यकता की बात लिखी गई थी। विज्ञापन में छोटे अक्षरों में लिखे एक वाक्य को पढ़कर वह तिलमिला उठती हैं। वाक्य था – ‘महिला उम्मीदवार आवेदन न भेजें।’
जे. आर. डी. टाटा को पत्र : स्त्री-पुरुष के बीच असमानता की बात सुधा सहन नहीं कर पातीं। वह एक पोस्टकार्ड पर कंपनी के प्रमुख जे. आर. डी. टाटा के नाम पत्र लिखती है कि टेल्को जैसी कंपनी द्वारा स्त्री-पुरुष के बीच इस प्रकार के भेदभाव से वह हैरान है। टेल्को जैसी कंपनी ऐसा भेदभाव कैसे कर सकती है!
इंजीनियर के पद पर नियुक्ति : पत्र भेजने पर दस दिन के बाद सुधा को कंपनी के खर्च पर पुणे में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार के समय वह पूछे गए सभी प्रश्नों के सही उत्तर देती है। पर उससे कहा जाता है कि फैक्टरी में मुख्य कार्य-स्थल पर किसी महिला की नियुक्ति नहीं होती। पर सुधा अपने तर्क से अधिकारी को सोचने पर मजबूर कर देती है और टेल्को कंपनी में इंजीनियर के पद पर उसकी नियुक्ति हो जाती है।
सुधा कुलकर्णी से सुधामूर्ति : सुधा टेल्को में पहली महिला इंजीनियर थीं। उनका विवाह टेल्को में कार्यरत नारायणमूर्ति से हो जाता है और वे सुधामूर्ति बन जाती हैं। वे आठ वर्ष तक टेल्को को अपनी सेवाएं देती हैं।
इन्फोसिस की चेयरपर्सन : आठ साल के बाद वे कंपनी को त्यागपत्र देकर नारायणमूर्ति के साथ इन्फोसिस नाम की कंपनी खोलती हैं और 1996 में वे इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन बन जाती हैं।
समाजसुधार के कार्य : इन्फोसिस फाउंडेशन के द्वारा वे सामाजिक विकास के अनेक कार्य कर रही हैं। वे अब समाजसुधार के लिए समर्पित हैं। कर्नाटक के अनेक शहरों में उन्होंने अस्पतालों को उच्च तकनीकी चिकित्सा उपकरण, चिकित्सा सहायता दी है तथा सूखा पीड़ित क्षेत्र में राहत कार्य करवाए हैं।
गाँवों और स्कूलों की सहायता : सुधामूर्ति ने कर्नाटक के कई सौ गांवों में कम्प्यूटर शिक्षा, कम्प्यूटर वितरण, गरीब बच्चों की सहायता, स्कूलों की इमारतों का निर्माण आदि का काम किया है।
अनेक पुरस्कार : सुधामूर्ति को उनके कार्यों के लिए कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार, ओजस्विनी पुरस्कार, मिलेनियम महिला शिरोमणि पुरस्कार, वुमन ऑफ द ईयर 2002 तथा राजलक्ष्मी पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
महिलाओं के लिए अवसर : सुधामूर्ति ने अपने प्रयास से महिलाओं का मार्ग प्रशस्त किया है। आज हालत यह है कि इंजीनियरिंग महाविद्यालयों में पढ़नेवाले छात्रों में से आधी संख्या लड़कियों की होती है। आज अनेक उद्योगों में मशीनों के बीच महिला इंजीनियर कुशलतापूर्वक काम कर रही हैं।
सुधामूर्ति शब्दार्थ :
- परिसर – आसपास की भूमि, आँगन।
- विज्ञापन – इश्तहार।
- आवेदन – अरजी, निवेदन।
- स्नातकोत्तर – स्नातक होने के बाद की पढ़ाई।
- छात्रवृत्ति – वज़ीफा।
- पेशकश – प्रस्ताव।
- असमानता – समानता का अभाव।
- पचना – हजम होना, (यहाँ अर्थ) स्वीकार होना।
- सहपाठी – साथ में पढ़नेवाले लोग।
- सहना – बर्दाश्त करना।
- सर्वोच्च – सबसे बड़ा।
- साक्षात्कार – मुलाकात, इंटरव्यू।
- उपस्थित – हाजिर।
- फैक्टरी – कारखाना।
- कार्य-स्थल – काम करने का स्थान।
- नियुक्ति – तैनाती।
- मेधावी – बुद्धिमान।
- अनुसंधान – आँच-पड़ताल, खोज।
- दृढ़ता – मजबूती।
- कार्यरत – काम कर रहे।
- त्यागपत्र – इस्तीफा।
- कार्यरूप – यथार्थ रूप।
- उपकरण – सामग्री।
- अथक – बिना रुके, लगातार किया जानेवाला।
- अधिकतम – जितना हो सकता हो, अधिक से अधिक।
- प्रशस्त – (यहाँ अर्थ) खुला।
- प्रतिभा – असाधारण काम करने की शक्ति या योग्यता।