Gujarat Board GSEB Class 10 Social Science Important Questions Chapter 8 प्राकृतिक संसाधन Important Questions and Answers.
GSEB Class 10 Social Science Important Questions Chapter 8 प्राकृतिक संसाधन
उचित विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए:
प्रश्न 1.
इनमें से किसके आधार पर जमीन का वर्गीकरण किया गया है ?
(A) रंग
(B) उपजाऊपन
(C) कणरचना
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही
प्रश्न 2.
भारत के कुल क्षेत्रफल के कितने भाग पर काँप की मिट्टी फैली हुई है ?
(A) 17%
(B) 27%
(C) 43%
(D) 61%
उत्तर:
(C) 43%
प्रश्न 3.
भारत के कुल क्षेत्रफल के कितने भाग पर काली मिट्टी फैली हुई है ?
(A) 27%
(B) 15%
(C) 23%
(D) 43%
उत्तर:
(B) 15%
प्रश्न 4.
किस मिट्टी को रेंगूर मिट्टी भी कहते हैं ?
(A) लाल
(B) काली
(C) लेटेराईट
(D) काँप
उत्तर:
(B) काली
प्रश्न 5.
सबसे अपरिपक्व मिट्टी कौन-सी है ?
(A) काली
(B) काँप
(C) लाल
(D) पर्वतीय
उत्तर:
(D) पर्वतीय
प्रश्न 6.
किस मिट्टी में क्षार की मात्रा अधिक होती है ?
(A) रेगिस्तानी
(B) पर्वतीय
(C) लेटेराईट
(D) लाल मिट्टी
उत्तर:
(A) रेगिस्तानी
प्रश्न 7.
कोयला किस प्रकार का संसाधन है ?
(A) सर्व सुलभ
(B) सामान्य सुलभ
(C) विरल
(D) एकल
उत्तर:
(C) विरल
प्रश्न 8.
क्रायोलाइट खनिज किस क्षेत्र में ही पाया जाता है ?
(A) ग्रीनलैण्ड
(B) अरब
(C) नाइजर
(D) अलास्का
उत्तर:
(A) ग्रीनलैण्ड
प्रश्न 9.
भारत के कुल क्षेत्रफल के कितने भाग पर लाल जमीन फैली है ?
(A) 10%
(B) 19%
(C) 23%
(D) 47%
उत्तर:
(B) 19%
प्रश्न 10.
लेटेराइट मिट्टी का लाल रंग किसके कारण होता है ?
(A) केल्शियम
(B) पोटाश
(C) चूना
(D) लोह ऑक्साईड
उत्तर:
(D) लोह ऑक्साईड
प्रश्न 11.
जंगलीय मिट्टी किन वनों में पायी जाती है ?
(A) शंकुद्रुम
(B) कंटीले
(C) सदाबहार
(D) मानसूनी
उत्तर:
(A) शंकुद्रुम
प्रश्न 12.
कौन-सी जमीन जैविक पदार्थों के संचयन से विकसीत होती है ?
(A) काली
(B) लाल
(C) लेटेराईट
(D) दलदलीय
उत्तर:
(D) दलदलीय
प्रश्न 13.
भारत में किस मिट्टी की मात्रा मर्यादित है ?
(A) काली
(B) काँप
(C) पर्वतीय
(D) वन प्रकार की
उत्तर:
(D) वन प्रकार की
प्रश्न 14.
दलदलीय जमीन में कौन-सा पदार्थ अल्प मात्रा में पाया जाता है ?
(A) क्षार
(B) फोस्फरस
(C) पोटाश
(D) B और C
उत्तर:
(D) B और C
प्रश्न 15.
कौन-सी मिट्टी सेन्द्रिय तत्त्वों की अधिकता से काली होती है ?
(A) लाल
(B) पर्वतीय
(C) जंगल प्रकार की
(D) दलदलीय
उत्तर:
(C) जंगल प्रकार की
प्रश्न 16.
कौन-सी मिट्टी नमी पाकर मक्खन सी मुलायम और सुखकर सख्त बन जाती है ?
(A) दलदलीय
(B) लाल
(C) लेटेराईट
(D) वन प्रकार की
उत्तर:
(C) लेटेराईट
उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
1. किसी भी देश या प्रदेश की संपत्ति ……………….. कहलाती है ।
उत्तर:
(राष्ट्रीय संपत्ति)
2. क्रायोलाईट …………… संसाधन की श्रेणी में आता है ।
उत्तर:
(एकल)
3. भारत के कुल क्षेत्रफल के … ……….. भाग पर कांप की मिट्टी है ।
उत्तर:
(43%)
4. ………………………….. जमीन आलू की फसल के लिए अधिक अनुकूल होती है ।
उत्तर:
(लाल)
5. रेगिस्तानी जमीन ………………………….. की फसल के लिए अधिक अनुकूल है ।
उत्तर:
(बाजरी)
6. बंजर जमीन पर …………………………. करना चाहिए ।
उत्तर:
(वृक्षारोपण)
7. खेत संशोधन परिषद ने भारत की मिट्टी को …………………………. प्रकारों में बाँटा है ।
उत्तर:
(8)
8. ………………………. जमीन को रेंगूर जमीन भी कहते हैं ।
उत्तर:
(काली)
सही जोड़े मिलाइए:
1.
विभाग-A | विभाग-B |
1. सर्वसुलभ संसाधन | (अ) यूरेनियम |
2. सामान्य सुलभ संसाधन | (ब) क्रायोलाईट |
3. विरल संसाधन | (क) जल |
4. एकल संसाधन | (ड) ऑक्सिजन |
उत्तर:
विभाग-A | विभाग-B |
1. सर्वसुलभ संसाधन | (ड) ऑक्सिजन |
2. सामान्य सुलभ संसाधन | (क) जल |
3. विरल संसाधन | (अ) यूरेनियम |
4. एकल संसाधन | (ब) क्रायोलाईट |
2.
जमीन | क्षेत्र |
1. कांप जमीन | (अ) 19% |
2. लाल जमीन | (ब) 43% |
3. काली जमीन | (क) 15% |
उत्तर:
जमीन | क्षेत्र |
1. कांप जमीन | (ब) 43% |
2. लाल जमीन | (अ) 19% |
3. काली जमीन | (क) 15% |
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए:
प्रश्न 1.
संसाधन के लिए कौन-से दो गुणधर्म होने चाहिए ?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधन में उपयोगिता और कार्य करने की योग्यता दोनों गुण होना जरूरी है ।
प्रश्न 2.
किन-किन की परस्पर पर प्रक्रिया से संसाधन बनते है ?
उत्तर:
प्रकृति, मनुष्य और संस्कृति तीनों की परस्पर प्रक्रिया से ही संसाधन बनते है ।
प्रश्न 3.
मिट्टी के प्रकार किस आधार पर निश्चित किये गये है ?
उत्तर:
मिट्टी के प्रकार रंग, जलवायु, मूल चट्टानों, कणरचना तथा उपजाऊपन के आधार पर निश्चित किये गये है।
प्रश्न 4.
ICAR का पूरा नाम लिखो ।
उत्तर:
ICAR का पूरा नाम भारतीय कृषि संशोधन संस्था है ।
प्रश्न 5.
कांप की जमीन में किन तत्त्वों की मात्रा अधिक होती है ?
उत्तर:
कांप की जमीन में पोटाश, फोस्फरिक एसिड और चूने की मात्रा अधिक पायी जाती है ।
प्रश्न 6.
भारत में कॉप मिट्टी कहाँ पायी जाती है ?
उत्तर:
भारत में काँप मिट्टी ब्रह्मपुत्र घाटे से लेकर पश्चिम में ब्रह्मपुत्र के मेदान तक तथा समुद्रतटीय नदियों के मैदानों में पायी जाती है ।
प्रश्न 7.
किन फसलों के लिए काली मिट्टी अनुकूल रहती है ? ।
उत्तर:
कपास, अलसी, तंबाकू, दलहनों, मूंगफली, गन्ना आदि की फसलों के लिए काली मिट्टी अनुकूल रहती है ।
प्रश्न 8.
पर्वतीय मिट्टी कितनी ऊँचाईवाले क्षेत्रों में पायी जाती है ?
उत्तर:
हिमालय के 2700 मीटर से 3000 मीटर की ऊँचाईवाले क्षेत्रों में पर्वतीय मिट्टी पायी जाती है ।
प्रश्न 9.
भारत के किन राज्यों में रेतीली मिट्टी पायी जाती है ?
उत्तर:
राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में रेतीली मिट्टी पायी जाती है ।
प्रश्न 10.
मिट्टी का कटाव किसे कहते हैं ?
उत्तर:
तेज हवा और बहते पानी द्वारा उपजाऊ मिट्टी का एक से दूसरे स्थान पर जमा होना तथा रेगिस्तान का उपजाऊ मिट्टी को ढ़कना मिट्टी का कटाव कहलाता है ।
प्रश्न 11.
संसाधनों का शक्ति संसाधन के उपयोग के रूप में दर्शाईए ।
उत्तर:
कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, सूर्यप्रकाश, पवन, समुद्री लहरों, ज्वार, झरने आदि का शक्ति संसाधन के रूप में उपयोग होता है ।
प्रश्न 12.
संसाधनों का वर्गीकरण कितने प्रकारों में किया गया है ?
उत्तर:
संसाधनों का वर्गीकरण तीन प्रकारों में किया गया है:
- स्वामित्व के आधार पर
- पुन: प्राप्यता के आधार पर
- वितरण क्षेत्र के आधार पर ।
प्रश्न 13.
विरल संसाधन किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जिन संसाधनों की प्राप्तिस्थल मर्यादित हो उन्हें विरल संसाधन कहते हैं । जैसे कोयला, पेट्रोलियम, ताँबा आदि ।।
प्रश्न 14.
लाल मिट्टी में कौन-सी फसलें उत्पन्न होती है ?
उत्तर:
लाल मिट्टी में बाजरी, कपास, गेहूँ, ज्वार, अलसी, मूंगफली, आलू फसलें ली जाती है ।
प्रश्न 15.
राजस्थान के किन जिलों में लाल मिट्टी पायी जाती है ?
उत्तर:
राजस्थान के उदयपुर, चितौड़गढ़, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा और भीलवाड़ा में लाल मिट्टी पायी जाती है ।
प्रश्न 16.
लाल मिट्टी का रंग लाल क्यों होता है ?
उत्तर:
इस मिट्टी में फेरिक ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण इसका रंग लाल होता है ।
प्रश्न 17.
जमीन की उत्पत्ति के मुख्य दो कारक कौन से होते है ?
उत्तर:
जमीन की उत्पत्ति के संदर्भ में समयान्तर और जलवायु का प्रभाव महत्त्वपूर्ण और व्यापक होता है ।
प्रश्न 18.
काँप की जमीन की मुख्य उपजों (फसलों) की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
कांप की जमीन में मुख्यत: गेहूँ, चावल, गन्ना, शन, कपास, मकई आदि फसलें ली जाती है ।
प्रश्न 19.
लाल मिट्टी भारत में कहाँ-कहाँ पायी जाती है ?
उत्तर:
भारत में दक्षिण के द्वीपकल्प में तमिलनाडु से लेकर उत्तर में बुंदेलखंड तक और पूर्व में राजमहल की पहाड़ियों से लेकर पश्चिम में कच्छ तक फैली है ।
प्रश्न 20.
काली मिट्टी में किन तत्त्वों की मात्रा अधिक होती है ?
उत्तर:
काली मिट्टी में लोहा, चूना, केल्शियम, पोटाश, एल्युमिनियम और मेग्नेशियम कार्बोनेट की मात्रा अधिक होती है ।
प्रश्न 21.
लेटेराइट मिट्टी में कौन-से तत्त्व पाये जाते है ?
उत्तर:
लेटेराइट मिट्टी में मुख्यत: लोहतत्त्व, पोटाश और एल्युमिनियम तत्त्व अधिक पाये जाते है ।
प्रश्न 22.
खाध के उपयोग से लेटेराइट मिट्टी द्वारा कौन-सी फसलें ली जाती है ?
उत्तर:
कपास, धान, रागी, गन्ना, चाय, कॉफी, काजू जैसी फसलें खाद्य के उपयोग से लेटेराइट मिट्टी से ली जाती है।
प्रश्न 23.
भारत में जंगल प्रकार की मिट्टी कहाँ पायी जाती है ?
उत्तर:
इस प्रकार की जमीन हिमालय के शंकुद्रुम जंगलों में 3000 मीटर से 3100 मीटर ऊँचाईवाले तथा सह्याद्री, पूर्वीघाट तथा मध्य हिमालय के तराई प्रदेशों में पायी जाती है ।
प्रश्न 24.
जंगल प्रकार की जमीन में कौन-सी फसलें उत्पन्न होती है ?
उत्तर:
इस जमीन में चाय, कॉफी, गेहूँ, मकई, जव, धान आदि की फसलें होती है ।
प्रश्न 25.
जंगल प्रकार की जमीन काली क्यों होती है ?
उत्तर:
वृक्षों के गिरे हुए पत्तों से जमीन ढ़की होती है और पत्तों के सड़ने से सेन्द्रिय पदार्थों की मात्रा बढ़ने से इस जमीन का ऊपरी भाग काला होता है ।
प्रश्न 26.
दलदलीय जमीन भारत के किन क्षेत्रों में पायी जाती है ?
उत्तर:
यह जमीन उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु के किनारे के भागों, उत्तर बिहार के मध्य भाग और उत्तराखंड के अलमोड़ा में पायी जाती है ।
प्रश्न 27.
दलदलीय (पीट) प्रकार की मिट्टी में कौन-से तत्त्व पाये जाते है ?
उत्तर:
इस प्रकार की जमीन में जैविक पदार्थ और क्षारों की बहुलता तथा फॉस्फोरस और पोटाश की अल्पता होती है ।
प्रश्न 28.
लेटेराइट मिट्टी का निर्माण किसके कारण हुआ ?
उत्तर:
इस मिट्टी का निर्माण सूखी और नमीवाली जलवायु के परिवर्तन और सिलिका पदार्थों के निवारण से हुआ है ।
निम्नलिखित शब्द समझाइए:
प्रश्न 1.
मिट्टी का कटाव
उत्तर:
कटाव अर्थात् जमीन के कणों का गतिशील हवा या पानी द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थलांतरित होना ।
प्रश्न 2.
प्राकृतिक संसाधन
उत्तर:
जो प्राकृतिक तत्त्व मनुष्य के विशिष्ट ज्ञान – कौशल्य द्वारा उपयोग में लिये जाते है उन्हें संसाधन कहते हैं ।
प्रश्न 3.
एकल संसाधन
उत्तर:
दुनिया के एक-दो स्थानों पर ही पाये जानेवाले खनिजों को एकल संसाधन कहते हैं । जैसे – क्रायोलाइट ।
प्रश्न 4.
मिट्टी (जमीन)
उत्तर:
पृथ्वी के ऊपर की भूपरपटी जिसमें वनस्पति की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक खनिज द्रव्य होते है उसे मिट्टी कहते हैं ।
प्रश्न 5.
कांप की जमीन
उत्तर:
नदियों के निक्षेपन से बनी जमीन को कांप की जमीन कहते हैं ।
प्रश्न 6.
पीट प्रकार की जमीन
उत्तर:
इस प्रकार की जमीन नमीवाले क्षेत्रों में जैविक पदार्थों से विकसीत होती है । वर्षा के दरमियान पानी में डूबी रहती है ।
प्रश्न 7.
वन प्रकार की जमीन
उत्तर:
हिमालय के शंकुद्रुम वनों में पायी जानेवाली मिट्टी जो वृक्षों के पत्तों के सड़ने से ऊपर से काली और तल में नीचे की तरफ जाने पर भरी और लाल रंग में परिवर्तित हो जाती है ।
निम्नलिखित विषयों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए:
प्रश्न 1.
संसाधनों का आयोजन और संरक्षण :
उत्तर:
मनुष्य की आवश्यकताएँ मर्यादित है जबकि प्राकृतिक संसाधन सीमित है । पिछले सौ वर्षों में मनुष्य द्वारा विज्ञान और तकनीकि क्षेत्र में असाधारण विकास से और जनसंख्या विस्फोट से संसाधनों का उपयोग अधिक बढ़ गया है । यह परिस्थिति विचारणीय है । इसलिए भविष्य की पीढ़ीयों के लिए संसाधनों का संरक्षण करना हम सभी का कर्तव्य है । संसाधनों का संरक्षण करना अर्थात् संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना ।
संरक्षण का सीधा संबंध संसाधनों की कमी के साथ है । वर्तमान में जिस तरह संसाधनों का दोहन हो रहा है इसी तरह संसाधनों का अंधाधुंध दोहन और उपयोग चालू रहेगा तो विकास और वर्तमान जीवन स्तर बनाए रखना लगभग स्वप्नवत् हो जायेगा । इसके लिए उनका विवेकपूर्ण उपयोग, उनका संरक्षण और पुन: उपयोग जैसी बातों का समाविष्ट होता है ।
प्रश्न 2.
जमीन:
उत्तर:
पृथ्वी के धरातल का सबसे ऊपरी भाग जिसे हम जमीन कहते हैं । वनस्पति वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक खनिज द्रव्य और जैविक द्रव्य होते है ।
- जमीन अर्थात् सैन्द्रिय पदार्थ युक्त बारीक कणोंवाली कमजोर चट्टानी पदार्थ अर्थात् भूपृष्ठ पर मातृचट्टानों और वनस्पति द्रव्यों के मिश्रण से बनते संगठित पदार्थों की सपाटी ।
- मूल चट्टानों के घिसाव और कटाव से चट्टानों का बारीक कणों में विभाजन होता है तथा उसमें जैविक तत्त्वों के सड़न से बने सेन्द्रिय पदार्थों का मिश्रण होता है ।
- जमीन की उत्पत्ति समयान्तर और जलवायु से अधिक प्रभावित होती है ।
- एक ही प्रकार की मातृ चट्टाने से भिन्न-भिन्न जलवायु से बनी मिट्टी भिन्न होती है ।
- जमीन के प्रकार उसके रंग, जलवायु, मूल चट्टानों, कण रचना, उपजाऊपन जैसी बातों को ध्यान में रखकर किये गये है ।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:
प्रश्न 1.
भारत में ICAR में जमीन (मिट्टी) को किन-किन भागों में बाँटा है ?
उत्तर:
भारत में ICAR ने जमीन को निम्न 8 भागों में बाँटा है:-
- काँप की जमीन (Alluvial Soil)
- लाल जमीन (Red Soil)
- काली जमीन (Black Soil)
- लेटेराइट जमीन (Laterite Soil)
- रेगिस्तानी जमीन (Desert Soil)
- पर्वतीय जमीन (Mountain Soil)
- जंगल प्रकार की जमीन (Forest Soil)
- दलदलीय या पीट प्रकार की जमीन (Marshy, Peaty Soil)
प्रश्न 2.
लेटेराइट (पड़खाऊ) जमीन की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
इस मिट्टी का नाम लेटिन भाषा के लेटर शब्द से बना है ।
- इसका लाल रंग लोह ऑक्साइड के कारण होता है ।
- यह जमीन नमी के कारण मक्खन सी मुलायम और सूखने पर सख्त हो जाती है ।
- इस मिट्टी का निर्माण शुष्क और नमीवाली जलवायु के परिवर्तन और सिलिका पदार्थों के निवारण से हुआ है ।
- भारत के द्विपकल्पीय पठारी प्रदेशों में यह मिट्टी पायी जाती है ।
- इस मिट्टी में एल्युमिनियम, लोहतत्त्व और पोटाश की मात्रा अधिक होती है ।
- इसमें खाद्य का उपयोग करके कपास, धान, गन्ना, चाय, कॉफी आदि फसलें ली जा सकती है ।
प्रश्न 3.
दलदली जमीन कैसे बनती है ? यह भारत में कहाँ-कहाँ पायी जाती है ?
उत्तर:
इस प्रकार की जमीन नमीवाले क्षेत्रों में जैविक पदार्थों के संचयन से बनती है । वर्षा के दरम्यान यह जमीन पानी में डूबी रहती है ।
- इस जमीन में जैविक और क्षार तत्त्वों की बहुलता और फास्फोरस व पोटाश की कमी पायी जाती है ।
- भारत में यह मिट्टी उड़ीसा, पं. बंगाल, तमिलनाडु के किनारे तथा उत्तर बिहार के मध्य भाग और उत्तराखण्ड के अलमोड़ा में पायी जाती है ।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पूछे अनुसार दीजिए:
प्रश्न 1.
संसाधनों के संरक्षण के लिए और आयोजन के लिए कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए ?
उत्तर:
संसाधनों के आयोजन और संरक्षण के लिए निम्न बातें ध्यान में रखनी चाहिए:-
- सर्वप्रथम किसी एक देश या क्षेत्र की इकाई गिनेजानेवाली उपयोग में लिये गये, अभी भी उपयोग में लिये जानेवाले या संभवित संसाधनों की उपलब्धि और विशेषताओं की जानकारी प्राप्त करना ।
- जिन संसाधनों की मात्रा सीमित है या अनवीनीकरणीय है, उनका वैज्ञानिक ढंग दोहन करना चाहिए और उनका उपयोग अनिवार्य हो तभी करना चाहिए ।
- जिन संसाधनों की मात्रा बढ़ाई जा सके उनके विकास के लिए प्रयत्न करने चाहिए ।
- जिन संसाधनों की वर्तमान में सहज रूप में उपलब्धता हो उन्हें अनुचित ढंग की बदले भावी आवश्यकता को ध्यान में रखकर टिकाए रखना चाहिए ।
- जो सीमित मात्रा में उपलब्ध है ऐसे संसाधनों को बनाए रखने, तकनीकि विकास द्वारा उनके वैकल्पिक स्रोतों की खोज लंबे समय तक बनाए रखना लाभदायक है ।
प्रश्न 2.
लाल मिट्टी की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
लाल जमीन भारत के कुल क्षेत्रफल का 19% भाग है ।
- दक्षिण के द्विपकल्प के तमिलनाडु से लेकर उत्तर में बुंदेलखंड तक और पूर्व में राजमहल की पर्वतमालाओं के पश्चिम में कच्छ तक फैली है ।
- राजस्थान में उदयपुर, चितोड़गढ, डुंगरपुर, बाँसवाड़ा और भीलवाड़ा जिलों में इस प्रकार की मिट्टी पायी जाती है ।
- यह मिट्टी फेरिक ऑक्साईड की उपस्थिति के कारण लाल रंग की होती है तथा नीचे पीले रंग में परिवर्तित होती है ।
- इस मिट्टी में चूने, कंकर और कार्बोनेट मिलते है । अधिकांशतः यह जमीन चूने, मेग्नेशियम, फास्फोरस, नाईट्रोजन और पोटाश की अधिकता होती है ।
- यह मिट्टी बाजरे, कपास, गेहूँ, ज्वार, अलसी, मूंगफली, आलू आदि की फसल के लिए उपयोगी है ।
निम्नलिखित प्रश्नों के विस्तार से उत्तर दीजिए:
प्रश्न 1.
संसाधनों के प्रकार समझाइए ।
उत्तर:
संसाधनों का वर्गीकरण निम्नानुसार तीन भागों में किया गया है :-
(1) मालिकी के आधार पर
(i) व्यक्तिगत संसाधन – जो किसी व्यक्ति या परिवार की मालिकी में हो, जैसे – जमीन, मकान आदि ।
(ii) राष्ट्रीय संसाधन – किसी भी देश या प्रदेश की सार्वजनिक संपत्ति । जैसे – सेना, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार ।
(iii) वैश्विक संसाधन – समग्र दुनिया की भौतिक और अभौतिक ऐसी संपूर्ण संपत्ति जिसका उपयोग मानव कल्याण में होता है । जैसे – विश्व के सभी राष्ट्रों की संयुक्त मालिकी की संपत्ति ।
(2) वितरण के आधार पर
(i) सर्वसुलभ संसाधन : वातावरण में रही उपयोगी गैसे जैसे ऑक्सिजन, नाइट्रोजन ।
(ii) सामान्य सुलभ संसाधन : सामान्य रूप से पाये जानेवाले जैसे – भूमि, जमीन, जल, गोचर ।
(iii) विरल संसाधन : जिनकी प्राप्ति के स्थल मर्यादित होते है । जैसे – खनिज कोयला, पेट्रोलियम, ताँबा, सोना, युरेनियम आदि ।
(iv) एकल संसाधन : दुनिया में एक-दो स्थानों पर ही पाये जाते है । जैसे – क्रायोलाईट खनिज जो मात्र ग्रीनलैण्ड में ही पाया जाता है।
(3) पुन: प्राप्यता के आधार पर :
(i) नवीनीकरणीय : वे संसाधन जो निश्चित समय में अपने आप उत्पन्न होते रहते है जो समाप्त होनेवाली नहीं है । जैसे – वन, सूर्य, प्रकाश, पशु-पक्षी आदि के नवीनीकरणीय संसाधन है ।
(ii) अनवीनीकरणीय संसाधन : जो संसाधन एक बार उपयोग में लेने के बाद दुबारा उपयोग नहीं हो सकते अथवा उसे दुबारा बनाना संभव नहीं है, नजदीकी समय में उसे पुनः प्राप्त करना संभव नहीं है । खनिज कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि ।
प्रश्न 2.
भारत में पायी जानेवाली जमीन (मिट्टी) के प्रकार संक्षिप्त में समझाइए ।
उत्तर:
ICAR में भारत के मिट्टी को 8 प्रकारों में निम्नानुसार बाँटा है :
1. काँप की जमीन :
* इस प्रकार की जमीन भारत के कुल क्षेत्रफल के 43% भाग में फैली है ।
* इस जमीन का निर्माण नदियों द्वारा निक्षेपित काँप से हुआ है ।
* यह जमीन भारत में ब्रह्मपुत्र घाटी से लेकर पश्चिम में सतलुज तक तथा समुद्री तटों पर नदियों के मुखत्रिकोण प्रदेशों में फैली है।
* यह मिट्टी गेहूँ, चावल, गन्ना, शन, कपास, मकई आदि की फसलों के लिए उपयोगी है ।
2. लाल जमीन:
* लाल जमीन भारत की कुल जमीन क्षेत्र के 19% भाग में फैली है ।
* दक्षिण के द्वीपकल्प से लेकर उत्तर में बुंदेलखंड तक और पूर्व में राजमहल की पहाड़ियों से पश्चिम में कच्छ तक फैली है ।
* इस मिट्टी में फेरिक एसिड की उपस्थिति के कारण इसका रंग लाल होता है ।
* इस मिट्टी में चूना, मेग्नेशियम, फोस्फोरस, नाइट्रोजन और पोटाश की कमी पायी जाती है ।
* इस जमीन में बाजरी, कपास, गेहूँ, ज्वार, अलसी, मूंगफली, आलू की फसल ली जाती है ।
3. काली जमीन:
* यह जमीन भारत के कुल क्षेत्रफल के 15% भाग में फैली है ।
* इस जमीन का उद्भव दक्खन के लावा के जमाव से हुआ है ।
* समग्र महाराष्ट्र, पं. बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्णाटक के कुछ भागों में पायी जाती है ।
* इस मिट्टी में लोह तत्त्व, चूना, केल्शियम, पोटाश, एल्युमिनियम, मेग्नेशियम कार्बोनेट की मात्रा पायी जाती है ।
* इस मिट्टी में नमी धारण करने की क्षमता अधिक होने से कपास की फसल अच्छी होती है इसलिए इसे कपास की जमीन भी कहते हैं ।
4. लेटेराईट मिट्टी:
* लोह ऑक्साईड की मात्रा अधिक होने से इसका रंग लाल होता है ।
* यह भारत के द्विपकल्पीय पठारी प्रदेशों में अधिक पायी जाती है ।
* इस मिट्टी में लोहतत्त्व, पोटाश और एल्युमिनियम की मात्रा अधिक होती है ।
* इस मिट्टी में कपास, धान, गन्ना, चाय, कॉफी, काजू आदि की फसले ली जाती है ।
5. रेगिस्तानी मिट्टी:
* यह मिट्टी शुष्क और अर्द्ध शुष्क जलवायुवाले क्षेत्रों में पायी जाती है ।
* अधिक क्षार तत्त्वों के कारण यह कम उपजाऊ होती है ।
* यह मिट्टी राजस्थान, पंजाब, गुजरात, हरियाणा आदि में पायी जाती है ।
* इस मिट्टी में बाजरी और ज्वार का उत्पादन होता है ।
6. पर्वतीय मिट्टी:
* यह मिट्टी हिमालय की घाटी और ढलानों के क्षेत्रों में 2700 मीटर से 3000 मीटर तक की ऊँचाईवाले क्षेत्रों में पायी जाती है ।
* स्तर पतला होता है और अपरिपक्व होती हैं ।
* असम, उत्तरांचल, हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में यह मिट्टी पायी जाती है ।
* हिमालय के सामान्य ऊँचाईवाले प्रदेशों में देवदार, चीड़ और पाईन के वृक्ष पाये जाते है ।
7. जंगल प्रकार की मिट्टी (जमीन):
* इस प्रकार की जमीन हिमालय के शंकुद्रुम जंगलों में 3000 मीटर से 3100 मीटर की ऊँचाई के बीच, सह्याद्री, पूर्वीघाट और मध्य
* हिमालय की तराई क्षेत्रों में पायी जाती है ।
* वृक्षों के गिरे हुए पत्तों के सड़ने से यह मिट्टी ऊपर से काली होती है ।
* इस मिट्टी में चाय, कॉफी, तेजा के उपरांत गेहूँ, मकई, जौ, धान आदि की फसलें ली जाती है ।
8. दलदलीय (पीट) प्रकार की जमीन:
* इस प्रकार की जमीन नमीवाले क्षेत्रों में जैविक पदार्थों के संचयन से विकसीत होती है ।
* इस मिट्टी में जैविक पदार्थों और क्षार की बहुलता तथा फासफोरस और पोटाश की कमी होती है ।
* ऐसी जमीन उड़ीसा, पं. बंगाल, तमिलनाडु के किनारे तथा उत्तर बिहार के मध्य भाग और उत्तरांचल में पायी जाती है ।