Gujarat Board GSEB Solutions Class 10 Hindi Vyakaran विशेषण Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 10 Hindi Vyakaran विशेषण
विशेषण के बारे में प्रश्न इस प्रकार होंगे:
- दिए हुए चार विशेषण में से सूचित विशेषण बताना।
- दिए हुए चार जोड़ में से विशेषण की सही जोड़ चुनना।
विशेषण का सामान्य अर्थ है- विशेषता-वाचक शब्द। संसार के प्रत्येक प्राणी, वस्तु या स्थान की कोई न कोई विशेषता होती है।
जैसे – कोई मनुष्य अच्छा या बुरा, काला या गोरा, कैचा या ठिगना, पढ़ा-लिखा या अनपढ़ होता है। कोई वस्तु सस्ती या महंगी, सादी या रंगबिरंगी, गोल, चौकोर या लंबी होती है। कोई स्थान ऊंचा या नीचा, सुंदर या असुंदर, साफ-सुथरा या गंदा होता है। इस प्रकार प्रत्येक संज्ञा में एक न एक विशेषता अवश्य होती है। संज्ञा की विशेषता बतानेवाले शब्द को विशेषण कहते हैं।
नीचे दिए हुए वाक्य पढ़िए :
- यह पुराना किला है।
- वहाँ हजारों दर्शक खड़े थे।
- ऑपरेशन में दो घंटे लगे।
- कैसा सुहावना समय है!
पहले वाक्य में ‘पुराना’ शब्द ‘किला’ संज्ञा की विशेषता बताता है।
दूसरे वाक्य में ‘हजारों’ शब्द से संज्ञा ‘दर्शकों’ की विशेषता प्रकट होती है।
तीसरे वाक्य में ‘घंटे’ शब्द संज्ञा है और ‘दो’ यह संख्यावाचक शब्द उसकी विशेषता प्रकट करता है।
चौथे वाक्य में ‘समय’ शब्द संज्ञा है और ‘सुहावना’ शब्द से उसकी विशेषता सूचित होती है।
इस प्रकार विशेषण अपने से संबंध रखनेवाली संज्ञा की विशेषता बताता है।
विशेषण के मुख्य प्रकार :
- गुणवाचक विशेषण : जैसे – अच्छा (लड़का), चतुर (मंत्री)।
- संख्यावाचक विशेषण : जैसे – पाँच (पांडव), आधी (रोटी)।
- परिमाणवाचक विशेषण : जैसे – बहुत (गर्मी), थोड़ा (दूध)।
- सार्वनामिक विशेषण : जैसे – यह (लड़का), कोई (बात), कौन (व्यक्ति)।
विशेष : कुछ विशेषण विकारी होते हैं। लिंग और वचन के अनुसार विशेषण शब्दों में विकार अर्थात् परिवर्तन होता है। जैसे –
विशेषण प्रायः संज्ञा या क्रियाओं से बनते हैं। विशेषण बनाने के लिए इन शब्दों में प्रत्यय लगाए जाते हैं। जैसे
- प्यार + आ = प्यारा।
- कल्पना + इक = काल्पनिका
- आत्मा + ईय = आत्मीय।
- कमाना + ऊ = कमान
कभी-कभी संज्ञा शब्दों के साथ उपसर्ग लगाकर भी विशेषण बनते हैं। जैसे –
- ला + इलाज = लाइलाज।
- ला + परवाह = लापरवाह।
- बे + शर्म = बेशर्म।
- बद + नसीब = बदनसीब।
नीचे विशेषण बनानेवाले कुछ मुख्य प्रत्यय और उनके उदाहरण दिए गए हैं:
कुछ विशेषण रूप :
- डर – डरपोक
- अंत – अंतिम
- रक्त – रक्तिम
- पृथ्वी – पार्थिव
- बात – बातूनी
- साल – सालाना
- चमक – चमकीला
- देह – दैहिक